लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किए जानेकी मांग को लेकर पर्यावरण कार्यकर्ता Sonam Wangchuk और उनके साथियों के अनशन का बुधवार कोचौधा दिन था। जंतर मंतर पर अनशन की अनुमति नहीं मिलने के बाद वे अपने साथियों के साथदिल्ली के लद्दाख भवन में अनशन पर बैठे हैं।
Sonam Wangchuk ने एक्स पर वीडियो शेयर कर कहा कि केवल पानी के सहारे वे यहां अनशन पर बैठे हैं।उन्होंने कहा, वे भाजपा को चुनाव के दौरान किया उसका वादा याद दिलाने आए हैं। हम तब तकयहां बैठेंगे, जब तक हमें जवाब नहीं मिल जाता कि हम अपने नेताओं से कब मिल पाएंगे। हमने30-32 दिन तक पैदल यात्रा की है। हम कम से कम एक मुलाकात के तो हकदार हैं। मंगलवार रातकरीब 10:30 बजे एक सज्जन आए और संदेश देने लगे उन्होंने हमें सुना। साथ ही कहा कि वह
किसी सीसीटीवी कैमरे की फुटेज मेंं नहीं आना चाहते।
Sonam Wangchuk लद्दाख को संविधान की छठी अनुसूची में शामिल किए जानेकी मांग
उनके साथी हमारे लिए सहानुभूति रखते हैं।उल्लेखनीय है कि अनशन के दूसरे दिन कई संगठनों ने सोनम से मुलाकात कर उनका समर्थन कियाथा। आंदोलन को समर्थन देने के लिए स्टूडेंट फेडरेशन ऑफ इंडिया की दिल्ली प्रदेश इकाई का एक
प्रतिनिधिमंडल लद्दाख भवन में सोनम वांगचुक से मिला था। आईशी घोष ने वांगचुक और उनकेसमर्थकों के प्रति एकजुटता व्यक्त करते हुए कहा,
हम आपके अनशन और आपकी मांगों के समर्थनमें आपके साथ खड़े हैं। आपकी आवाज को सामाजिक मंच पर लाना हमारे लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है।
youTube:-@udhyognirman
Facebook:-@udhyognirma
Navratri festival में गरबा की ताल और डांडिया की खनक पर थिरके लोग