भारत ने 2013 के बाद से कोई आईसीसी खिताब नहीं जीता है,वहीं, दक्षिण अफ्रीका पहली बार पुरुष विश्व कप के फाइनल में पहुंचा है, जबकि उसने सभी प्रारूपों मेंपिछले सभी सात विश्व कप सेमीफाइनल गंवाए हैं, लेकिन आज रात ये दोनों टीमें टी-20 विश्व कपखिताब जीत कर नया अध्याय लिखना चाहेंगी।
शनिवार को यहां केंसिंग्टन ओवल में 2024 आईसीसी पुरुष टी20 विश्व कप के फाइनल में दोनोंटीमें आमने-सामने होंगी। यह उन दो टीमों के बीच की जंग होगी, जो अब तक टूर्नामेंट में अजेय हैं।भारत ने अलग-अलग परिस्थितियों और बेहतरीन प्रतिद्वंदियों की वजह से पैदा हुई सभी चुनौतियोंको पार कर लिया है और उसे विश्वास है कि दूसरा टी20 विश्व कप ट्रॉफी उसके हाथ में है।
टीम ने पाकिस्तान, ऑस्ट्रेलिया और इंग्लैंड जैसी टीमों की कड़ी चुनौती को आसानी से पार कर लियाहै। न्यूयॉर्क में कम स्कोर वाले मैचों से लेकर सेंट लूसिया में हवा से प्रभावित मैच तक, भारत नेकाम पूरा करने का तरीका ढूंढ लिया है।जैसे-जैसे अभियान आगे बढ़ा, नए नायक उभर कर सामने आए। बांग्लादेश के खिलाफ़ सुपर 8 चरणमें हार्दिक ने बल्ले से बेहतरीन प्रदर्शन किया और एक बेहतरीन फिनिशर के रूप में उभरे।
कप्तानरोहित शर्मा ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों को पूरे मैदान में जमकर मारा और केवल 41 गेंदों में 92 रनजड़ दिये। इसके बाद सेमीफाइनल में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ 57 रनों की शानदार पारी खेली।जब टीम अमेरिका से वेस्टइंडीज गई, तब कुलदीप यादव को अंतिम ग्यारह में शामिल किया गयाथा, और वे विकेट लेने वालों में शामिल रहे हैं। और फिर जसप्रीत बुमराह हैं, जो शुरू से लेकरआखिर तक अजेय रहे हैं।
सूर्यकुमार यादव और ऋषभ पंत अन्य सिद्ध प्रदर्शनकर्ता हैं, जो टीम कोअजेय बनाते हैं।भारत को इस मैदान पर एक मैच खेलने का अतिरिक्त लाभ भी मिला है, जिसमें उन्होंनेअफगानिस्तान पर 47 रन की जीत दर्ज की थी। दूसरी ओर यह दक्षिण अफ़्रीका का इस द्वीप परपहला मैच होगा। प्रोटियाज टीम इस सफर में कई बार करीबी मुकाबले में जीती है। सुपर 8 मेंवेस्टइंडीज के खिलाफ जीत दर्ज करना सबसे बड़ी चुनौती थी, जो अंत तक चली।
दक्षिण अफ्रीका के पास भारत के तीन स्पिनरों से निपटने के लिए बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं।हेनरिक क्लासेन, डेविड मिलर, एडेन मार्करम और ट्रिस्टन स्टब्स धीमी गति के गेंदबाजों के आने परखुलकर खेल सकते हैं – यह एक ऐसी ताकत है जिसकी कमी ज्यादातर अन्य टीमों में है।