कार्तिक पूर्णिमा पर गाजियाबाद के लाखों श्रद्धालू गंगा स्नान करेंगे।
इसके लिए गढ़ मुक्तेश्वर और हरिद्वार जाने वाली गाड़ियों में लोगों की भारी भीड़ देखी गई। ज्योतिषों
के मुताबिक कार्तिक पूर्णिमा को गंगा स्नान करने से जन्म जन्मांतर के पापों से मुक्ति मिलती है।
कार्तिक मास की पूर्णिमा सोमवार को है।
ज्योतिषाचार्य आचार्य शिवकुमार शर्मा ने बताया कि शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा के व्रत का बहुत ही
महत्वपूर्ण बताया गया है। भगवान विष्णु की पूजा इस दिन विशेष प्रभावशाली होती है। इस दिन कार्तिक
मास समाप्त होने के साथ भीष्म पंचक भी समाप्त हो जाएंगे। इस दिन गंगा में स्नान करने से जन्म-
जन्मांतर के पाप क्षय हो जाते हैं। 27 नवंबर को प्रातः काल कृतिका नक्षत्र है जो स्थिर योग बनाता है।
यह 13:34 बजे तक है।
इसके पश्चात रोहिणी नक्षत्र आएगा। इस पवित्र योग में रोहिणी व्रत भी किया
जाएगा। यह व्रत गणेश जी को प्रिय है। सौभाग्यवती महिलाएं इस व्रत को बड़े श्रद्धा से करती हैं।
अपने पति की दीर्घायु के लिए व संतान की कामना के लिए यह व्रत किया जाता है।
गंगा स्नान को लेकर भीड़ : गंगा स्नान पर श्रद्धालू की बसों में भीड़ देखी जा रही है। रविवार को
हरिद्वार जाने के लिए पुराना बस स्टैंड, कौशांबी, राजनगर फ्लाईओवर, विजयनगर बाईपास आदि स्थानों
पर लोग बसों के इंतजार में खड़े देखे गए।
वहीं, गढ़मुक्तेश्वर में गंगा स्नान के लिए लोगों ने देर रात
बस पकड़ी। धार्मिक स्थलों पर जाने वाले लोग सोमवार को डुबकी लगाएंगे। गंगा स्नान के लिए रोडवेज
की ओर से 200 अतिरिक्त बसें चलाई गई हैं।