दिल्ली के प्रगति मैदान में आयोजित इंडिया इंटरनेशनल ट्रेड फेयर में
छुट्टी का दिन होने से भारी संख्या में लोग मेला देखने पहुंचे. इस दौरान हॉल नंबर 7 में आयोजित
सरस आजीविका मेला 2023 में भी भारी भीड़ रही. लोगों ने जमकर खरीदारी की. राजस्थान के बीकानेर
जिले से आई हुईं
श्री आनंद राज महिला स्वयं सहायता समूह की तीजा देवी ने बताया कि वह अपने
स्टॉल नंबर 107 पर विभिन्न प्रकार के राजस्थानी अचार जैसे आम का अचार, नींबू का अचार, मिक्स
अचार, हरी मिर्च, लाल मिर्च, केर का अचार, लेसवा का अचार और केर सांगरी का अचार समेत आंवले
का मुरब्बा, लहसून की चटनी, मंगोरी पापड़, गट्टा व नमकीन के सामान बेच रही हैं
.
तीजा देवी के अचार और पापड़ की भारी डिमांड : तीजा देवी का कहना है कि पहले उनका व्यापार बहुत
छोटा था. एसएचजी में जुड़ने के बाद उन्होंने अपने व्यापार को बड़ा स्वरूप दिया. वर्तमान में वो 25
महिलाओं को रोजगार देने में सक्षम हैं. जब व्यापार बढ़ा तो आमदनी भी बढ़ी. इस वर्ष ट्रेड फेयर में
उनके अचार और पापड़ को काफी पसंद किया जा रहा है. तीजा देवी के पति ने बताया कि इस बार लोग
सौ रुपये से लेकर छह सौ रुपये तक के सामान खरीद रहे हैं. वहीं, पिछले वर्ष उन्होंने लगभग 4 लाख
की बिक्री की थी.
जूट से बने सामानों की भी हो रही जमकर खरीदारी : इस बार सेल और बेहतर होने की उम्मीद है
क्योंकि इस वर्ष जो स्टॉल अलॉट किए गए हैं वो पिछले साल के मुकाबले बड़े और गेट के सामने हैं.
उनका दावा है कि सभी सामान की क्वालिटी बहुत अच्छी है. भरतपुर जिले से आई ब्रिजेश भार्गव बताती
हैं
कि उनके स्टॉल नंबर 63 पर जूट से बने डोर मैट, टेबल मैट, योगा मैट, बैग, स्लिंग बैग, टोट बैग,
क्लच पर्स, प्लांट कवर समेत तमाम सामान लोगों को स्टॉल पर आकर्षित कर रहा है. साथ ही सरस में
आप को बांसवारा जिले से हुईं शिव शंकर स्वयं सहायता समूह की पायल के स्टॉल नंबर 43 पर विभिन्न
आकार के तीर-कमान (आर्चरी) उपलब्ध हैं, जो कई डिजाइन में तैयार किए गए हैं.
सरस से जुड़ी महिलाओं को हो रही अच्छी आमदनी : भारत सरकार के ग्रामीण विकास मंत्रालय के अवर
सचिव विनोद कुमार ने बताया कि सरस पवेलियन हॉल लगे सभी स्टॉल पर बिक्री कर रही महिलाओं को
देख कर उनको बहुत खुशी होती है कि सभी महिलाएं आज अपना अपना बिजनेस कर रही हैं और खुश
हैं. सरस से जुड़े सभी अधिकारियों की सोच है कि सभी महिलाओं का अच्छा भविष्य हो, लेकिन जब वह
सरस की टीम को देखती हैं, तो ऐसा लगता है कि सरस की टीम की ओर से उनको ये खुशी दी गई है.
300 से अधिक महिला शिल्प कलाकार की कला का प्रदर्शन: इस उत्सव में 300 से अधिक महिला शिल्प
कलाकार, 165 के करीब स्टॉलों पर अपनी अपनी उत्कृष्ट प्रदर्शनी का प्रदर्शन कर रहे हैं. सरस
आजीविका मेला के दौरान देशभर के 29 राज्यों के हजारों उत्पादों की प्रदर्शनी और सेल लगाया गया है.
ग्रामीण विकास मंत्रालय द्वारा यह एक मुहिम की शुरुआत की गई है जिससे कि हमारे देश के
हस्तशिल्पियों और हस्तकारों को अपनी रोजगार शुरू करने का मौका मिल सके.