हिंदी दिवस पर IMS में वेबीनार का आयोजन

Noida।हिंदी दिवस के मौके पर IMS Noida के पत्रकारिता एवं जनसंचार विभाग द्वारा एक वेबीनार का आयोजन किया गया।इस विशेष ऑनलाइन सत्र में भारतीय संचार मॉडल व साधारणीकरण संचार मॉडल पर चर्चा करते हुए काठमांडू विश्वविद्यालय नेपाल के जनसंचार विभाग के अध्यक्ष और मुख्य वक्ता डॉ निर्मल मणी अधिकारी ने बताया कि हमारे भारतीय संचार सिद्धांत व मॉडल पुरातन ग्रंथों में पहले से मौजूद रहे हैं। उन्होंने कहा कि विदेशी संचार मॉडलों का पूरी दुनिया में प्रचार प्रसार बहुत संगठित तरीके से किया गया लेकिन भारतीय पुरातन ग्रंथों का शोध करते हुए संचार के कई अबूझे सिद्धांत अभी भी खोजे जाने बाकी हैं।

IMS Noida

इस अवसर पर पत्रकारिता एवं जनसंचार के विद्यार्थियों ने उनसे हिंदी में सवाल-जवाब करते हुए साधारणीकरण संचार सिद्धांत का ज्ञान प्राप्त किया।शनिवार को आयोजित हुए इस विशेष सत्र के लिए दिए गए स्वागत संदेश में IMS के महानिदेशक प्रो डॉ विकास धवन ने कहा कि डॉ निर्मल मणी अधिकारी ने हिंदी साहित्य और दर्शन से संचार के सिद्धांत विकसित करते हुए पश्चिम के मॉडलों के सामने हमारी श्रेष्ठता को प्रतिष्ठित किया है। उन्होंने संदेश में बताया कि संचार शोध में सहृदयता और साधारणीकरण को पूरी दुनिया में सराहा गया लेकिन ऐसे सार्थक प्रयासों की महत्ती आवश्यकता है।

इसी प्रकार धन्यवाद संदेश में डीन एकेडमिक प्रो.डॉ. नीलम सक्सेना ने मुख्य वक्ता का धन्यवाद करते हुए कहा कि हमें गर्व है कि डॉ निर्मल मणी ने भारत में गहन शोध करते हुए पुरातन ग्रंथों से भारतीय संचार सिद्धांत व मॉडल विकसित किया। उन्होंने कहा कि भारत में खोज के लिए अभी बहुत संभावनाएं है।हिंदी दिवस के मौके पर आयोजित इस वेबीनार की पृष्ठभूमि पर प्रकाश डालते हुए प्रो. डॉ सचिन बत्रा ने कहा कि हमारा उद्देश्य हिंदी दिवस के साथ पश्चिम के मॉडलों के सामने प्रमुखता से अपनी सार्थकता और महत्व रखने वाले भारतीय संचार मॉडल के बारे में विद्यार्थियों को अवगत कराना था।

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