छठ पूजा के दौरान पटाखे चलाने से कोलकाता की वायु गुणवत्ता खराब हुई

छठ पूजा के दौरान आतिशबाजी के चलते सोमवार को सुबह कोलकाता
की वायु गुणवत्ता खराब हो गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि इसके अलावा सर्दियों की शुरुआत के साथ हवा में ठंडक के कारण कोहरा छा गया,
जिससे सूक्ष्म कणों का प्रसार नहीं हो पा रहा। उन्होंने बताया कि शहर का समग्र वायु गुणवत्ता सूचकांक
(एक्यूआई) दोपहर एक बजे 128 था।


ढाकुरिया में एक्यूआई 151, फोर्ट विलियम में 170, यादवपुर में 107, रवीन्द्र सरोवर क्षेत्र में 124 और
विक्टोरिया मेमोरियल क्षेत्र में 162 था।


शून्य और 50 के बीच एक एक्यूआई को ‘अच्छा’, 51 और 100 के बीच ‘संतोषजनक’, 101 और 200
के बीच ‘मध्यम’, 201 और 300 के बीच ‘खराब’, 301 और 400 के बीच ‘बहुत खराब’, 401 और 450
के बीच ‘गंभीर’ और 450 से ऊपर ‘गंभीर प्लस’ माना जाता है।

अधिकारियों ने बताया कि शुक्रवार से रविवार तक शहर का एक्यूआई 85 से 110 के बीच रहा।
पर्यावरण विज्ञानी सोमेंद्र मोहन घोष ने कहा कि रवीन्द्र सरोवर क्षेत्र में स्थिति चिंताजनक नहीं थी
क्योंकि वहां छठ पूजा आयोजन पर प्रतिबंध लगा दिया गया, लेकिन बालीगंज, यादवपुर, पातुली,
नारकेलडांगा, बाबूघाट और प्रिंसेप घाट में अंधाधुंध पटाखे फोड़े जाने से हवा की गुणवत्ता पर असर पड़ा।
उन्होंने बताया, ‘‘रविवार दोपहर से काफी आतिशबाजी हुई और सोमवार की सुबह यह अपने चरम पर
पहुंच गई। इससे स्थिति बिगड़ गई, जो सूचकांक में दिखी है।’’


कोलकाता नगर निगम (केएमसी) के एक अधिकारी ने कहा कि श्रद्धालुओं ने हुगली नदी के 18 घाटों के
अलावा शहर में जलाशयों और तालाबों के किनारे 150 घाटों पर पूजा की।

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