Delhi में जहरीली हवा को नियंत्रित करने के लिए तत्काल उठाए जाने चाहिए कदम : देवेन्द्र यादव

Delhi प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष देवेन्द्र यादव ने कहा किटूटी सड़कों की धूल दिल्ली के बढ़ते वायु प्रदूषण का मुख्य कारण है, जिसे उपराज्यपाल ने भी
मुख्यमंत्री आतिशी को लिखे अपने पत्र में दोहराया है लेकिन यह दिल्लीवालों का दुर्भाग्य है किDelhi सरकार ने इसको गंभीरता से नही लिया और सरकार जर्जर सड़कों को पूरी बनाने की जगहसिर्फ कारपेटिंग कराई जा रही है। उन्होंने कहा कि आज दिल्लीवाले अनियंत्रित प्रदूषण के कारणगंभीर स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे हैं। पिछले 10 वर्षों में प्रदूषण नियंत्रण के लिए कदम उठाने मेंकेजरीवाल सरकार पूरी तरह विफल साबित हुई है।


देवेन्द्र यादव ने कहा कि दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने हाल ही में 21-सूत्रीय विटंर एक्शनप्लान की घोषणा की थी, जिसमें ड्रोन के माध्यम से हॉटस्पॉट की वास्तविक समय पर निगरानी, एकविशेष टास्क फोर्स का गठन, धूल प्रदूषण पर नियंत्रण, मोबाइल एंटी स्मॉग गन का संचालन शामिलथा। वाहनों के प्रदूषण पर नियंत्रण, खुले में कचरा जलाना, पराली जलाना, औद्योगिक प्रदूषण, ग्रीनवॉर रूम जैसी कोशिशों के बावजूद दिल्ली की हवा पहले की तुलना में अधिक जहरीली हो गई है,क्योंकि एक्यूआई लगातार गंभीर अंको पर पहुॅच रहा है।

श्री यादव ने कहा कि Delhi के वायु प्रदूषण को तभी नियंत्रित किया जा सकता है जब दिल्लीसरकार प्रदूषण के मूल कारणों को दूर करने के लिए गंभीर प्रयास करके दूसरों को दोष देना बंदकरेगी। उन्होंने कहा कि वायु और जल प्रदूषण दिल्लीवासियों के लिए अस्तित्व का संकट है, जिसकाखामियाजा दिल्लीवाले भुगत रहे है। भाजपा अध्यक्ष विजेंदर गुप्ता को प्रदूषित यमुना में डुबकी लगानेके बाद पता चल गया जब त्वचा संबंधी गंभीर बीमारियों से पीड़ित होने के कारण उन्हें अस्पताल मेंभर्ती करने की जरूरत पड़ी। उन्होंने कहा कि Delhi को वायु और जल प्रदूषण को नियंत्रित करने केलिए तत्काल कदम उठाने की जरूरत है, न कि चुनावी स्टंट की।

Related posts

Leave a Comment