गाजियाबाद, जर्जर सड़क, जाम, अतिक्रमण, गंदगी और दूसरी समस्याओं से
सिद्धार्थ विहार क्षेत्र के लोग लंबे समय से परेशान हैं। मूलभूत सुविधाओं के नाम पर क्षेत्र काफी पिछड़ा
हुआ है।
क्षेत्र के लोगों का आरोप है कि हर चुनाव में क्षेत्र के लोगों को कार्रवाई के नाम पर केवल
आश्वासन ही मिलता है। क्षेत्र के लोगों का कहना है कि आगामी लोकसभा चुनाव में वे क्षेत्र के विकास
को मुख्य मुद्दा बनाएंगे।
एनएन-नौ से सटे सिद्धार्थ विहार क्षेत्र में दर्जन भर से अधिक सोसाइटियों में 50 हजार से अधिक लोग
रहते हैं। सोसाइटियों की सघनता होने के बाद भी इस क्षेत्र के लोग जाम, अतिक्रमण,गंदगी, टूटी सड़कें,
बिल्डरों की मनमानी, आवारा कुत्ते आदि की समस्याओं से त्रस्त हैं। इस को एनएच-नौ से जोड़ने वाली
मुख्य सड़क वर्षो से बदहाल है। टूटी सड़क में जगह-जगह बने गड्ढे और उड़ने वाली धूल के कारण लोगों
का आवागमन कठिन हो गया है। एनएच-नौ के मुख्य कट पर सुबह शाम घंटों जाम लगता। क्षेत्र में
खाली पड़ी जमीन पर जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हुए हैं। इनसे उठने वाली दुर्गंध से लोगों को असुविधा
होती है।
खुले नाले के निकट जमा ओवरफ्लो के पानी में मच्छर पनपते हैं। कई स्थानों पर अवैध तरीके
से मिट्टी का खनन किया जा रहा है। क्षेत्र के लोग की मांग है कि जनप्रतिनिधि उनकी समस्याओं का
समाधान करना चाहिए।