राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में तूफान से संबंधित घटनाओं में कम से
कम दो लोगों की मौत हो गई और 23 अन्य घायल हो गए। साथ ही, कई स्थानों पर तेज हवाओं के
कारण पेड़, बिजली के खंभे उखड़ गए और दीवारों के कुछ हिस्से गिर गए। राष्ट्रीय राजधानी में
शुक्रवार देर रात आई धूल भरी आंधी के कारण कई इलाकों में बिजली की आपूर्ति भी बाधित हो गई।
पश्चिमी दिल्ली के विकासपुरी में जनकपुरी फ्लाईओवर के पास एक पेड़ की शाखा गिरने से दोपहिया
वाहन सवार एक व्यक्ति की मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि क्रेन की मदद से शाखा को हटा दिया
गया और इस घटना के शिकार हुए जयप्रकाश को दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल ले जाया गया,
जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।
एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि घटना में एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन उसमें सवार
लोग सुरक्षित हैं। दूसरी घटना में, रात करीब 11 बजे केएन काटजू मार्ग पर आईबी ब्लॉक के पास
एक पेड़ गिरने से एक मजदूर उसके नीचे फंस गया। हरिओम नामक इस मजदूर को एक नजदीकी
अस्पताल ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
पुलिस अधिकारी ने बताया कि इस घटना में एक कार भी क्षतिग्रस्त हो गई, लेकिन उसमें सवार
लोग सुरक्षित हैं। अधिकारियों के अनुसार, उन्हें पेड़ों, बिजली के खंभों के उखड़ने और होर्डिंग (सड़क
किनारे लगे विज्ञापन) के गिरने की घटनाओं के संबंध में 152 फोन कॉल प्राप्त हुईं, जिनमें से 130
दिल्ली अग्निशमन विभाग (डीएफएस) को की गई थीं।
उन्होंने कहा कि शहर में इमारतों और संरचनाओं के कुछ हिस्सों के ढहने के बारे में भी 55 फोन
कॉल प्राप्त हुईं।
अधिकारियों ने कहा कि इसके अलावा, राष्ट्रीय राजधानी में तूफान के दौरान बिजली
व्यवधान के संबंध में 202 फोन कॉल प्राप्त हुईं। एक अधिकारी ने बताया कि खराब मौसम के कारण
शुक्रवार देर शाम दिल्ली हवाईअड्डे पर नौ उड़ानों का मार्ग बदल दिया गया।