देश के नाम ‘इंडिया’ से बदलकर भारत किए जाने की अटकलों के
बीच विपक्ष केंद्र सरकार पर हमलावर है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत के भाषण, भाजपा के एक
सांसद की मांग और राष्ट्रपति भवन की ओर से एक निमंत्रण पत्र पर ‘प्रेजिडेंट ऑफ भारत’ लिखे जाने के
बाद शुरू हुई अटकलों पर कांग्रेस से लेकर आम आदमी पार्टी तक ने आक्रामक रुख अपना लिया है।
आम आदमी पार्टी के सांसद संजय सिंह ने सरकार के संभावित कदम पर सवाल उठाते हुए यहां तक
कहा कि यदि ‘इंडिया’ शब्द को संविधान से हटाया गया तो नोटबंदी भी करनी पड़ेगी। उन्होंने 100 रुपये
का नोट दिखाते हुए कहा कि इस पर ‘रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया’ लिखा है और देश का नाम बदलते ही यह
अवैध हो जाएगा।
संजय सिंह कहा कि पिछले कई दिनों से एक विवाद देश में पैदा किया जा रहा है कि भारतीय जनता
पार्टी की सरकार संविधान से इंडिया शब्द हटाना चाहिए। इसकी शुरुआत किसी छोटे व्यक्ति ने नहीं की,
आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत जी ने कहा कि इंडिया शब्द हटा देना चाहिए और हम सिर्फ भारत
का इस्तेमाल करेंगे। इसके बाद मोदी सरकार की ओर से खबर प्रायोजित की जा रही है कि संविधान से
ही इंडिया शब्द हटा दिया जाए।
‘मैं कहना चाहता हूं कि बाबा साहब भीम राव आंबेडकर से
इतनी नफरत क्यों हैं? संविधान की पहली धारा में लिखा है, इंडिया दैट इज भारत सैल बी यूनियन ऑफ
स्टेट। इसे बदलकर मोदी जी अपनी घृणा का प्रदर्शन कर रहे हैं।’
संजय सिंह ने नोट दिखाते हुए पूछा कि यदि देश का नाम बदला गया तो क्या नोटबंदी भी होगी।
उन्होंने कहा, ‘आआईटी में इंडिया, आईआईएम में इंडिया, एम्स में इडिया, इसरो में इंडिया, कहां कहां से
इंडिया हटाओगे। मैं तो सोच रहा हूं कि भारत की सरकार इस देश में तीसरी नोटबंदी लागू कर देगी। मैंने
यह नोट देगी, इसमें क्या लिखा है- रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया।
अब अगर इसमें लिख दिया जाएगा रिजर्व बैंक ऑफ भारत तो नोट तो चलेगी नहीं।
तो पूरे देश में नोटबंदी लागू करने जा रहे हैं मोदी जी। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नीचे लिखा है, गारंटीड बाय सेंट्रल गर्वनमेंट।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के नीचे लिखा है, गारंटीड बाय सेंट्रल गर्वनमेंट। सेंट्रल गवर्नमेंट भी लिखा है और रिजर्व
बैंक ऑफ इंडिया भी लिखा है, मोदी जी क्या आप देश में तीसरी नोटबंदी लागू करना चाह रहे हैं। जिनके
पास 100, 200, 500 की सब दोबारा लाइन में लगेंगे?’
संजय सिंह से पहले दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल
ने भी केंद्र सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि विपक्षी दलों के गठबंधन का ‘इंडिया’ नाम रखने
की वजह से देश का नाम बदला जा रहा है। उन्होंने सवाल किया कि यदि कल गठबंधन अपना नाम
भारत कर लेता है तो क्या भारत का नाम बदल बीजेपी कर दिया जाएगा?
कि इंडिया अलायंस के नाम की वजह से ऐसा किया जा रहा है। अगर कुछ पार्टियों का नाम इंडिया हो
जाता है तो वो देश का नाम बदल देंगे? देश तो 140 करोड़ लोगों का है, कुछ पार्टियों को थोड़ी ना है।
मान लीजिए अलायंस का नाम बदलकर कल भारत हो गया, तो भारत भी बदल देंगे? फिर क्या भारत
का नाम भाजपा रख देंगे? ये क्या मजाक है।
इनके 4 वोट कम हो जाएंगे, तो देश का नाम बदल देंगे। ये तो देश के साथ गद्दारी है।’