भारतीय किसान यूनियन (टिकैत) के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश
टिकैत ने कहा कि सरकार ने अब तक गन्ने का भाव नहीं बढ़ाया है। इसलिए कभी भी आंदोलन की
जरूरत पड़ सकती है। इसी को लेकर संगठन की बैठकों का आयोजन किया जा रहा है। देवबंद क्षेत्र के
गांव अंबेहटा शेखां में किसानों के साथ बैठक करने पहुंचे राकेश टिकैत ने संवाददाताओं से बातचीत करते
हुए कहा कि प्रदेश में बिजली और चकबंदी अधिकारियों का आतंक है।
बड़े आंदोलन के लिए किसानों को संगठित करने का काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सरकारों को
चलाने की पॉलिसी किसी पार्टी की अपनी नहीं है। उद्योगपति ही देश चला रहे हैं। पूर्व की कांग्रेस सरकार
की तरह छत्तीसगढ़ में जंगलों को काटकर उद्योगपति गौतम अडानी को लाभ पहुंचाया जा रहा है और
आदिवासी मुख्यमंत्री बनाकर आदिवासियों को ही उजाड़ने का काम सरकार कर रही है जो बेहद निंदनीय
है।
टिकैत ने कहा कि एमएसपी गारंटी कानून देश में एक बड़ा सवाल है। यदि यह मिल जाए तो किसानों
को कुछ लाभ हो सकता है, क्योंकि बिहार से लेकर उत्तर प्रदेश तक फसले कम रेट पर खरीदी जाती हैं।
अयोध्या में आगामी 22 जनवरी को होने वाले प्राण प्रतिष्ठा समारोह के निमंत्रण के बारे में पूछे जाने पर
राकेश टिकेत ने कहा कि यदि निमंत्रण देना मंदिर कमेटी के हाथ में होगा तो उन्हें निमंत्रण मिलेगा यदि
यह काम भी भाजपा के हाथ में तो उनका बुलावा आएगा ही नहीं। बैठक की अध्यक्षता आस मोहम्मद
त्यागी व संचालन सचिन कुमार ने किया।
इस दौरान जिलाध्यक्ष राजपाल सिंह, तहसील अध्यक्ष चौ.
पहल सिंह, मंडल अध्यक्ष नवीन राठी, ब्लाक अध्यक्ष ललित कुमार, उस्मान मलिक, संजय चौधरी,
शहजाद व नवाब आदि मौजूद रहे।