Noida Development Authority की 200 करोड़ की एफडी में धोखाधड़ी करना वाला 25 हजार का इनामी बदमाश गिरफ्तार

Noida Development Authority

 

Noida Development Authority के नाम पर फर्जी दस्तावेज तैयार कर 390 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने वाले 25 हजार रुपये के इनामी अभियुक्त वरुण कुमार त्यागी को गिरफ्तार किया है। अभियुक्त को दिल्ली के राम नगर एक्सटेंशन, थाना मानसरोवर पार्क से 11 अप्रैल 2025 को पकड़ा गया।

पुलिस के अनुसार, वरुण कुमार त्यागी ने अपने साथियों के साथ मिलकर Noida Development Authority के नाम पर फर्जी दस्तावेज बनाकर बैंक ऑफ इंडिया की सेक्टर-62 शाखा में 200 करोड़ रुपये की फर्जी फिक्स्ड डिपॉजिट (एफडी) बनाई। इस फर्जीवाड़े के तहत 3.90 करोड़ रुपये को तीन अलग-अलग खातों में स्थानांतरित किया गया। जब अभियुक्त 9 करोड़ रुपये और ट्रांसफर करने की कोशिश कर रहे थे, तब बैंक को शक हुआ और इसकी सूचना पुलिस को दी गई।

यह मामला 4 जुलाई 2023 को थाना सेक्टर-58 में दर्ज प्राथमिकी (मु.अ.सं. 256/2023) से शुरू हुआ, जिसमें धारा 420, 467, 468, 471, 120बी, और 409 भादवि के तहत मामला दर्ज किया गया। शिकायत के अनुसार, Noida Development Authority ने 200 करोड़ रुपये की एफडी बैंक ऑफ इंडिया, सेक्टर-62 में बनवाने के लिए धनराशि ट्रांसफर की थी। लेकिन बाद में पता चला कि यह एफडी फर्जी थी और खाते से 3.90 करोड़ रुपये किसी अन्य खाते में स्थानांतरित कर दिए गए।

प्राधिकरण के वित्त नियंत्रक के फर्जी हस्ताक्षर वाले दस्तावेज भी बरामद हुए।जांच में सामने आया कि इस धोखाधड़ी में अब्दुल खादर नामक व्यक्ति ने खाते का संचालन किया और खुद को प्राधिकरण का अधिकृत व्यक्ति बताया। इस पूरे षड्यंत्र का मास्टरमाइंड मन्नू भोला था, जिसने अन्य अभियुक्तों के साथ मिलकर इस साजिश को अंजाम दिया। अब तक इस मामले में अब्दुल खादर, राजेश पांडे, सुधीर, मुरारी, राजेश बाबू, मन्नू भोला, त्रिदिब दास, राहुल मिश्रा उर्फ गौरव शर्मा, और अजय कुमार पटेल को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है।

 

पूछताछ में वरुण कुमार त्यागी ने बताया कि उसने अपने साथियों के साथ मिलकर फर्जी दस्तावेजों के जरिए 200 करोड़ रुपये की एफडी बनवाई और 3.90 करोड़ रुपये तीन खातों में ट्रांसफर किए। उसने बताया कि 9 करोड़ रुपये ट्रांसफर करने की कोशिश में उनके साथी अब्दुल खादर पकड़ा गया था। इस धोखाधड़ी से प्राप्त राशि को हवाला के जरिए दिल्ली में नकद में बांटा गया

जिसमें वरुण को 4 लाख रुपये मिले। उसने अपनी पहचान छिपाने के लिए केवल “त्यागी” नाम का इस्तेमाल किया था ताकि वह गिरफ्तारी से बच सके।फिलहाल पुलिस में आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया मामले की के जुट गई है।

 

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