पुलिस पर पक्षपात का आरोप
Greater noida वेस्ट, टेक जोन-4 में स्थित नेक्स वन (NX One) कमर्शियल प्रोजेक्ट में बिल्डर और ऑफिस ओनर्स के बीच विवाद चरम पर पहुंच गया। शुक्रवार को सैकड़ों ऑफिस ओनर्स ने बिल्डर की गुंडागर्दी, बाउंसर्स द्वारा धमकी और पुलिस के कथित पक्षपात के खिलाफ जमकर नारेबाजी और शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन किया।
बाउंसर्स की धमकी और गाड़ियों पर रोक
ऑफिस ओनर्स का आरोप है कि बिल्डर के बाउंसर्स ने उनकी गाड़ियों को परिसर में प्रवेश करने से रोका और बिना पार्किंग चार्ज दिए वाहन अंदर न आने देने की बात कही। जब ओनर्स ने विनम्रता से अनुरोध किया, तो बाउंसर्स ने धमकी दी कि नियम न मानने पर गाड़ियों के शीशे तोड़ दिए जाएंगे। मजबूरन, ओनर्स ने बूम बैरियर के पास गाड़ियां खड़ी कर विरोध शुरू किया।
पुलिस पर पक्षपात का आरोप
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने ओनर्स की गाड़ियां हटवाने का आदेश दिया और रोड ब्लॉक करने पर कानूनी कार्रवाई की चेतावनी दी। ओनर्स का आरोप है कि पुलिस ने बिल्डर का पक्ष लिया, जिससे माहौल और तनावपूर्ण हो गया।
बिल्डर की धमकी और राजनीतिक दबाव
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, बिल्डर के लीगल एडवाइजर गौरव चौहान ने खुलेआम धमकी दी कि यह बिल्डिंग बरोली विधानसभा के विधायक जयवीर सिंह की है, जिनके वे भांजे हैं। उन्होंने कहा, “यहां सिर्फ मंत्राी जी का कानून चलेगा। 21 अप्रैल 2025 से उन सभी ओनर्स की गाड़ियों का प्रवेश बंद कर दिया जाएगा, जिन्होंने बिल्डर को भुगतान नहीं किया।” इस धमकी से ओनर्स में भय का माहौल है।
NX One वेलफेयर एसोसिएशन के बैनर तले ओनर्स ने एकजुट होकर विरोध प्रदर्शन किया और बिल्डर की गुंडागर्दी के खिलाफ अदालत में याचिका दायर की। याचिका के साथ पुलिस की कार्रवाई और धमकियों के सबूत के तौर पर तस्वीरें और दस्तावेज भी संलग्न किए गए हैं। एसोसिएशन ने प्रशासन से निष्पक्ष जांच और बिल्डर के राजनीतिक दबाव के दुरुपयोग पर सख्त कार्रवाई की मांग की है।
नेफोमा अध्यक्ष अन्नू खान ने कहा कि नेक्स वन में ज्यादातर ऑफिस खाली पड़े हैं और बिल्डर का ध्यान ओनर्स के निवेश को चलाने के बजाय पार्किंग और मेंटेनेंस से पैसे कमाने पर है। उन्होंने बताया कि लिफ्ट की कमी के कारण आधे घंटे तक इंतजार करना पड़ता है। एक बार टावर-3 में 15 मंजिल से सीढ़ियों से उतरना पड़ा, क्योंकि लिफ्ट उपलब्ध नहीं थी।
विरोध प्रदर्शन में प्रभात कुमार, योगेंद्र तोमर, विवेक चौहान, धर्मेंद्र भट्ट, अंकुर अग्रवाल, सुरेंद्र अग्रवाल, गौरव ढींगरा, अजय कुमार, इंद्रजीत सिंह, मोहम्मद वसीम सहित कई ओनर्स शामिल रहे
ऑफिस ओनर्स ने प्रशासन से बिल्डर की गुंडागर्दी, धमकियों और राजनीतिक प्रभाव के दुरुपयोग की निष्पक्ष जांच और त्वरित कार्रवाई की मांग की है। यह मामला क्षेत्र में बिल्डरों और निवेशकों के बीच बढ़ते तनाव को उजागर करता है।