Share bazar
मुंबई, अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दर में कटौती शुरू करने की समय अवधिको लेकर एक बार फिर बढ़ी आशंका से बांड यील्ड के चार सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचने केदबाव में हुई बिकवाली से बीते सप्ताह करीब दो प्रतिशत तक लुढ़के घरेलू Share bazar की अगलेसप्ताह लोकसभा चुनाव के आने वाले नतीजों के साथ ही रिजर्व बैंक की मौद्रिक नीति समीक्षा,
पीएमआई और वाहन बिक्री आंकड़ों पर पैनी नजर रहेगी।
बीते सप्ताह बीएसई का तीस शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 1449.08 अंक अर्थात 1.92प्रतिशत लुढ़ककर सप्ताहांत पर 73961.31 अंक रह गया। इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज(एनएसई) का निफ्टी 426.4 अंक यानी 1.9 प्रतिशत का गोता लगाकर 22530.70 अंक पर आ गया।
समीक्षाधीन सप्ताह में दिग्गज कंपनियों की तरह बीएसई की मझौली और छोटी कंपनियों पर भीभारी बिकवाली का दबाव रहा। इससे मिडकैप 666.45 अंक अर्थात 1.53 प्रतिशत की गिरावट लेकरसप्ताहांत पर 42852.69 अंक और स्मॉलकैप 732.79 अंक यानी 1.53 प्रतिशत कमजोर होकर 47263.66 अंक पर रहा।
विश्लेषकों के अनुसार, सकारात्मक समर्थन की कमी के कारण बीते सप्ताह तेजड़ियों को ऊंचे भाव परप्रतिरोध का सामना करना पड़ा, जिससे पूरे समूह में मुनाफावसूली हुई। एग्जिट पोल के नतीजों सेपहले की सतर्कता और किसी भी अप्रत्याशित प्रतिक्रिया के डर ने निवेशकों को जोखिमपूर्णपरिसंपत्तियों से दूर रहने के लिए प्रेरित किया।
हालांकि, निवेशक अपने पोर्टफोलियो को मौलिक रूपसे मजबूत क्षेत्रों और शेयरों के साथ समायोजित कर रहे हैं क्योंकि वित्त वर्ष 2023-24 की चौथीतिमाही में मजबूत आय और इसी अवधि के सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) की उम्मीद से बेहतर
वृद्धि दर मध्यम अवधि में शेयरों के भाव पर एक बफर प्रदान करना जारी रखेगी।
04 जून को आम चुनाव 2024 के आने वाले नतीजे का बाजार पर जबरदस्त असररहेगा।
इस बीच यूरो जोन में महंगाई के ऊंची दर के कारण यूरोपीय केंद्रीय बैंक (ईसीबी) के ब्याज दरों परयथास्थिति बनाए रखने की संभावना से कमजोर वैश्विक संकेतों ने बाजार की धारणा को और अधिककमजोर कर दिया है।अगले सप्ताह 04 जून को आम चुनाव 2024 के आने वाले नतीजे का बाजार पर जबरदस्त असररहेगा। हालांकि, आरबीआई की द्विमासिक मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक के निर्णय, पीएमआई औरवाहन बिक्री के जारी होने वाले आंकड़े निवेशकों को bazar पर अधिक व्यापकदृष्टिकोण प्रदानकरेगा।
बीते सप्ताह Share bazar में चार दिन गिरावट जबकि अंतिम कारोबारी दिवस शुक्रवार को तेजी रही। विदेशीShare bazar में तेजी के बावजूद स्थानीय स्तर पर कमोडिटीज, ऊर्जा, तेल एवं गैस और पावर समेत दससमूहों में हुई बिकवाली से सोमवार को सेंसेक्स 19.89 अंक फिसलकर 75,390.50 अंक और निफ्टी24.55 अंक टूटकर 22,932.55 अंक अंक रह गया। इसी तरह एशियाई बाजार की गिरावट के दबावके बीच स्थानीय स्तर पर ऊंचे भाव पर हुई चौतरफा मुनाफावासूली से मंगलवार को सेंसेक्स 220.05अंक गिरकर 75,170.45 अंक और निफ्टी 44.30 अंक उतरकर 22,888.15 अंक पर बंद हुआ।
अमेरिकी फेड रिजर्व के ब्याज दर में कटौती शुरू करने की समय अवधि को लेकर एक बार फिर बढ़ी आशंका से बांड यील्ड के चार सप्ताह के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के दबाव में विश्व bazarर केलुढ़कने से स्थानीय स्तर पर हुई बिकवाली से बुधवार को सेंसेक्स 667.55 अंक का गोता लगाकर74,502.90 अंक रह गया। साथ ही निफ्टी 183.45 अंक टूटकर 22,704.70 अंक पर बंद हुआ।
एशियाई bazar की गिरावट के दबाव में स्थानीय स्तर पर कमोडिटीज, धातु, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स,आईटी और टेक समेत उन्नीस समूहों में हुई बिकवाली से गुरुवार को सेंसेक्स 617.30 अंक का गोताल गाकर 73,885.60 अंक और निफ्टी 216.05 अंक उतरकर 22,488.65 अंक पर रहा। वहीं, विश्वबाजार के मिलेजुले रुख के बीच स्थानीय स्तर पर यूटिलिटीज, रियल्टी, पावर, दूरसंचार, धातु औरसर्विसेज समेत चौदह समूहों में हुई लिवाली की बदौलत शुक्रवार को सेंसेक्स 75.71 अंक की बढ़त
लेकर 73,961.31 अंक और निफ्टी 42.05 अंक चढ़कर 22,530.70 अंक पर बंद हुआ।
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