नोएडा, महामाया से चिल्ला बॉर्डर तक नोएडा-दिल्ली लिंक रोड व डीएनडी के सभी
लूप पर इंटीग्रेटेड सिक्योरिटी एंड ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम (आईएसटीएम) के तहत कैमरे लगाए जाएंगे।
नोएडा-दिल्ली के बीच इन मार्गों पर रोजाना करीब 25 लाख से अधिक वाहनों की आवाजाही होती है। इस
कारण ट्रैफिक को नियंत्रित करना भी बड़ी चुनौती बनी हुई है। इसे दूर करने के लिए ट्रैफिक विभाग ने
20 स्थानों को चिन्हित कर करीब 100 सीसीटीवी कैमरे लगाने का प्रस्ताव प्राधिकरण को भेजा था, अब
इस पर काम शुरू कर दिया गया है।
दरअसल, नोएडा ट्रैफिक विभाग के अधिकारियों ने महामाया से चिल्ला बॉर्डर तक करीब चार किलोमीटर
के टुकड़े को सीसीटीवी कैमरे की निगरानी में लेने के लिए प्रस्ताव भेजा था। सीसीटीवी कैमरे लगने के
बाद इसे आईएसटीएमएस से जोड़ दिया जाएगा। जिसके बाद चिल्ला बाॅर्डर से एक्सप्रेसवे तक सेक्टर-94
स्थित इंटीग्रेटेड कमांड कंट्रोल रूम से ट्रैफिक की बेहतर निगरानी की जा सकेगी। इस मार्ग से गुजरने
वाले वाहन चालकों के लिए जाम की समस्या भी दूर हो जाएगी। ट्रैफिक विभाग ने नोएडा प्राधिकरण को
प्रस्ताव भेजकर इन मार्गों पर बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था की बेहतर निगरानी के साथ सुरक्षा कारणों का
हवाला देते हुए
उच्च क्षमता वाले नंबर प्लेट रीड (एनपीआर) कैमरे, सर्विलांस कैमरे समेत उच्च क्षमता
वाले सीसीटीवी कैमरे लगाने के लिए प्रस्ताव भेजा था। नोएडा प्राधिकरण की ट्रैफिक सेल ने इस प्रस्ताव
को मंजूर कर इस पर काम शुरू कर दिया है।
अभी सिर्फ महामाया व चिल्ला पर लगे हैं सीसीटीवी
आईएसटीएमएस में तैनात अधिकारियों के मुताबिक, इस मार्ग पर अभी सिर्फ महामाया फ्लाईओवर और
चिल्ला बॉर्डर पर ही सीसीटीवी कैमरे लगे हुए हैं। इस वजह से इन दोनों प्वाइंट के बीच जाम लगने पर
इसकी मॉनिटरिंग नहीं हो पा रही है।
सीसीटीवी कैमरे लगने से व्यवस्था में सुधार आएगा। डीसीपी ट्रैफिक
अनिल कुमार यादव का कहना है कि महामाया से चिल्ला बॉर्डर और डीएनडी के सभी लूपों पर कुल 20
स्थानों को चिन्हित किया गया है, जहां सीसीटीवी कैमरे लगाए जाने हैं।