जिले में डेंगू के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। ऐसे में स्वास्थ्य विभाग
अपनी आधी अधूरी तैयारी को लेकर जिले में अलर्ट जारी कर चुका है। जिला अस्पताल की बात करें तो
न सुविधा है और ना ही स्टाफ की नियुक्ति की गई है।स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी लगातार स्वास्थ्य
सुविधाओं का दम भर रहे। मगर सूत्रों की माने तो अस्पताल के ब्लड बैंक में प्लेटलेट चढ़ाने की सुविधा
तक नहीं है।बारिश के बाद डेंगू के मामले बढ़ रहे है। जिस वजह से अब कई क्षेत्र में डेंगू को लेकर
हाहाकार मचा है।
स्वास्थ्य विभाग अगर अभी भी सचेत नहीं हुआ तों बीमारी महामारी का रूप ले सकती
है।शहर में डेंगू की रोकथाम के लिए स्वास्थ्य विभाग ही जिम्मेदार नहीं है,बल्कि इसके अलावा नगर
निगम भी जिम्मेदार है जिस पर सफाई के अलावा फागिंग और छिड़काव का जिम्मा है।शहर के कई
मोहल्लों में जलभराव मुसीबत बना हुआ है।
यहां न मच्छरों पर वार हो रहा है और न ही जल की
निकासी कराकर उन्हें पनपने से रोका जा रहा है। जिस कारण इसमें मलेरिया और डेंगू के मच्छरों के
लार्वा पनप रहे हैं, और इसके मच्छर मलेरिया और डेंगू के रोग को फैला रहे हैं। हालांकि जिला अस्पताल
के अधिकारी दावा कर रहे हैं कि इस रोग से निपटने के लिए उन्होंने पूरी तैयारी कर ली है। डेंगू और
मलेरिया वार्ड में अतिरिक्त बेड भी बढ़ा दिए गए हैं।
वही एडीएसआईसी डॉ अलका शर्मा के मुताबिक जिले में डेंगू और मलेरिया के मरीज लगातार बढ़ रहे हैं।
अस्पताल में बेड बढ़ा दिए गए हैं। जगह-जगह दवा का छिड़काव कराया जा रहा है।