रविवार सुबह पारा 7 डिग्री पर पहुंच गया है। आसमान ने कोहरे की
चादर ओढ़ रखी है। लेकिन इस कड़ाके की ठंड में नगर पालिका का अलाव बुझ गया है। बस स्टॉप और
रेलवे स्टेशन पर अलाव नहीं जलने से राहगीर व यात्री ठंड में ठिठुर रहे हैं। शहर के कई क्षेत्रों में नगर
पालिका के अलाव की पोल खुल गई है।
आलम ये है कि लोग चाय की भट्टी पर हाथ सेंककर ठंड दूर
करते दिखाई दिए। ये लापरवाही तब है जब जनप्रतिनिधि से लेकर प्रशासनिक अमला आज स्वच्छता
अभियान की शुरुआत करने के लिए सड़कों पर था। लेकिन किसी को ये बदहाली नजर नहीं आई। सभी
प्राण प्रतिष्ठा के लिए नगर को चमकाने में ही जुटे रहे।
आपको बता दें कि 15 दिन पहले ही डीएम
कृतिका ज्योत्सना ने नगर के रैन बसेरा और अलाव की व्यवस्था देखी थी। वे अपने अमले के साथ 31
दिसंबर की रात को निकली। अस्पताल, शाहगंज चैराहा, चैक आदि स्थानों पर उन्होंने अलाव की बेहतर
व्यवस्था देने के निर्देश दिए। नगर पालिका के ईओ को आवारा पशुओं को गौशाला में भिजवाने का
निर्देश दिया। लेकिन ना तो शहर में सही से अलाव ही जल रहे और ना ही आवारा पशु गौशाला में पहुंचे
हैं। बल्कि ठंड में ये पशु सड़कों पर ही दिखाई दे रहे हैं।