राम आएंगे तो दिवाली कैसे मनाएंगे, शहर की 80 फीसदी स्ट्रीट लाइटें बंद

स्ट्रीट लाइट लगाने को लेकर अभी भी निगम के अधिकारी मंथन में
व्यस्त हैं। नौ दिन शेष है और निगम टेंडर की प्रक्रिया में उलझा हुआ है। शासन ने प्राण प्रतिष्ठा को
लेकर जिला प्रशासन, नगर निगम सहित सभी सरकारी कार्यालयों को रूपरेखा से अवगत करा दिया है।


मंदिरों में साफ-सफाई, चूना डालना और शहर को जगमगाने के निर्देश जारी हो चुके हैं, लेकिन निगम
अभी भी बंद पड़ी स्ट्रीट लाइटों के लिए कोई व्यवस्था नहीं बना सका है। ईईएसएल कंपनी द्वारा लगाई
गईं 72 हजार स्ट्रीट लाइटों में 80 फीसदी खराब हैं। भुगतान न होने पर कंपनी ने नई लाइट नहीं लगाई
और खराब पड़ी लाइटों को ठीक कराने से भी इंकार कर दिया।

निगम के 14वित्त के खाते से 10 लाख की स्ट्रीट लाइट लगाने पर मंथन हुआ। निगम अधिनियम के तहत ऑनलाइन
टेंडर के बाद ही लाइट लगवाई जा सकती हैं तो निगम अब टेंडर की प्रक्रिया में उलझ गया है। प्राण
प्रतिष्ठा से पहले लाइटों की व्यवस्था की जानकारी करने के लिए पार्षद उत्तम सैनी, पवन चौधरी और
संजय सैनी ने अपर नगर आयुक्त और वित्त एवं मुख्य अधिकारी से मुलाकात की। पार्षद पवन चौधरी ने
कहा कि लाइटों की व्यवस्था नहीं हुई तो सोमवार से भूख हड़ताल पर बैठेंगे। महापौर का कहना है कि


लाइट लगवाने की व्यवस्था में निगम के अधिकारियों से बातचीत चल रही है। हर वार्ड में 10 कट्टे चूना
देंगेप्रभारी नगर स्वास्थ्य अधिकारी का कहना है कि महानगर में 300 से ज्यादा मंदिर है। जहां पर
रोजाना साफ-सफाई की व्यवस्था चल रही है। प्रत्येक वार्ड में 10-10 कट्टे चूना देने की तैयारी चल रही
है। पार्षदों की डिमांड के आधार पर चूना वितरित किया जाएगा। दो-तीन दिन में चूना नगर निगम में आ
जाएगा।

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