आम आदमी पार्टी (आप) के दिल्ली संयोजक गोपाल राय ने सोमवार
को केंद्र सरकार से प्रदर्शनकारी किसानों के साथ बातचीत करने और उनकी मांगें पूरी करने का आग्रह
किया।
राय ने यहां एक संवाददाता सम्मेलन में आरोप लगाया कि किसानों के 13 फरवरी के प्रस्तावित विरोध
प्रदर्शन को नियंत्रित करने के लिए केंद्र द्वारा उठाए गए सुरक्षा उपाय ”औपनिवेशिक युग से भी अधिक
सख्त हैं”।
कई किसान संगठनों (मुख्यत: उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब से) ने अपनी उपज के लिए न्यूनतम
समर्थन मूल्य (एमएसपी) की गारंटी देने वाले कानून की मांग को लेकर 13 फरवरी को मार्च का आह्वान
किया है। यह उन शर्तों में से एक है जो उन्होंने 2021 में अपना आंदोलन वापस लेने पर सहमति व्यक्त
करते समय निर्धारित की थी।
राय ने कहा, ”किसान सभी को अन्न उपलब्ध कराने का काम करते हैं। 13 फरवरी के उनके विरोध
प्रदर्शन के मद्देनजर केंद्र अत्यधिक कड़े उपाय लेकर आया है जो औपनिवेशिक युग से भी अधिक सख्त
हैं।” उन्होंने कहा, ”मैं केंद्र से आंदोलनकारी किसानों से बातचीत करने और उनकी समस्याओं का
समाधान करने का आग्रह करता हूं।”
आप ने संवाददाता सम्मेलन में सिंघू, गाज़ीपुर और टिकरी बॉर्डर पर कीलों तथा अवरोधकों के साथ-साथ
अन्य सुरक्षा उपायों को दिखाने वाला एक कथित वीडियो भी दिखाया।
किसानों के ‘दिल्ली चलो मार्च’ से पहले दिल्ली पुलिस ने सिंघू, गाज़ीपुर और टिकरी बॉर्डर पर सुरक्षा
व्यवस्था बढ़ा दी है तथा प्रदर्शनकारियों को ले जाने वाले वाहनों को शहर में प्रवेश करने से रोकने के
लिए अवरोधकों के साथ-साथ कील भी लगा दी हैं। ‘दिल्ली चलो मार्च’ का आह्वान लगभग 200 किसान
संगठनों ने किया है और मंगलवार को तीन राज्यों से बड़ी संख्या में किसानों के राष्ट्रीय राजधानी पहुंचने
की उम्मीद है।