शनिधाम में शनि अमावस्या मनाने की जोर शोर से चल रही तैयारी

दिल्ली में रामलीला मंचन व नवरात्र महोत्सव की तैयारी के बीच
असोला (फतेहपुर बेरी) स्थित शनिधाम में देवाधिदेव शनिदेव की आराधना का पावन महोत्सव शनि
अमावस्या मनाने की तैयारी भी जोरों पर चल रही है।

रामलीला व नवरात्र शुरू होेने से एक दिन पहले
शनिवार 14 अक्तूबर को शनिधाम में शनि अमावस्या महोत्सव मनाया जाएगा। इस दिन दिल्ली व अन्य
राज्यों के बड़ी संख्या में श्रद्धालु जमीन से 51 फुट ऊंची अष्टधातु से बनी शनिदेव की मूर्ति के समक्ष
पूजा अर्चना करेंगे। इसके अलावा वे तैलाभिषेक भी करेंगे।


शनि शत्रु नहीं मित्र है का संदेश लेकर अलख जगा रहे संत शिरोमणि महामंडेश्वर स्वामी निजस्वरूपानंद
महाराज ने बताया कि शनि अमावस्या महोत्सव में शामिल होने वाले श्रद्धालुओं को कोई भी दिक्कत
आड़े नहीं आने दी जाएगी। इस कड़ी में धाम में सभी सुविधा मुहैया कराई जा रही है। श्रद्धालुओं के लिए
पूजा अर्चना की सामग्री लेने की विशेष व्यवस्था की गई जा रही है। वह लाइन में ही खड़े-खड़े सामग्री ले
सकेंगे और हाथ धोने की व्यवस्था भी लाइन में मुहैया कराई गई। इसके अलावा श्रद्धालुओं को धूप व
गर्मी से बचाने के लिए लाइनों वाले स्थान पर छाया की व्यवस्था की गई है। वहीं श्रद्धालुओं को अपने

वाहन खड़े करने में भी पार्किंग की दिक्कत नहीं होगी और श्रद्धालु अपने वाहन पूर्ण रूप से सुरक्षित खड़े
कर सकेंगे।


महामंडेश्वर स्वामी निजस्वरूपानंद महाराज ने बताया कि कि अमावस्या श्री शनिदेव की ही नहीं, पितरों
की भी प्रिय तिथि है। इस दिन श्री शनिदेव की आराधना करने से व्यक्ति की मनोकामनाएं पूर्ण होती है
और उसकी ग्रहजनित सभी बाधाएं दूर हो जाती है। इस दिन का किया गया व्रत, स्त्रोत पाठ, तैलाभिषेक
बहुगुणित फल प्रदान करता है और इस दिन शनि पूजा व तैलाभिषेक करने का अद्भुत अवसर है जो
व्यक्ति के जीवन को क्षण में बदल सकता है।

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