Rudraprayag उत्तराखंड के Rudraprayag जिले के कई गांवों के प्रवेश द्वार परग्रामीणों ने बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक संबंधी ‘साइन बोर्ड’ लगाए हैं।इस संबंध में, स्थानीय लोगों का कहना है कि गांव में चोरी की घटनाओं को देखते हुए अपरिचितों
और अनजान फेरी वालों को वहां आने से रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।फाटा गांव के एक निवासी ने बताया कि गांवों में मंदिरों और घरों में चोरी की घटनाओं में बाहरीलोगों की संलिप्तता की बात सामने आने के बाद युवाओं ने करीब 20-25 दिन पहले इस तरह केबोर्ड लगाए थे।
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ग्रामीणों के मुताबिक, बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक संबंधी ‘साइन बोर्ड’ सिरसी, रामपुर-न्यालसू आदिगांवों में लगाए गए हैं।
उन्होंने बताया कि पहले ‘साइन बोर्ड’ पर ‘गैर-हिंदू व्यक्ति के प्रवेश पर रोक’ लिखा गया था, लेकिनअब उसकी भाषा बदलकर ‘अपरिचित व्यक्ति के प्रवेश पर रोक’ कर दी गई है।ग्रामीणों के अनुसार, स्थानीय पुलिस के हस्तक्षेप के बाद ऐसा किया गया है।
रुद्रप्रयाग के पुलिस उपाधीक्षक प्रबोध घिल्डियाल ने कहा कि सामाजिक समरसता में व्यवधान डालनेकी अनुमति किसी को नहीं दी जाएगी। उन्होंने कहा, ‘‘जैसे ही पुलिस के संज्ञान में यह बात आई,हमने आवश्यक कार्रवाई करते हुए ऐसे ‘साइन बोर्ड’ हटवाए। अगर आगे भी ऐसी कोई बात सामनेआई, तो हम कार्रवाई करेंगे।
धार्मिक आधार वाले ‘साइन बोर्ड’ लगाने की इजाजत किसी को नहीं है।’’पिछले दिनों चमोली जिले के नंदानगर में एक नाबालिग लड़की को नाई का काम करने वाले दूसरेसमुदाय के युवक द्वारा कथित तौर पर ‘अश्लील इशारे’ किए जाने के बाद क्षेत्र में तनाव पैदा होगया था। आक्रोशित लोगों ने उक्त समुदाय के लोगों की दुकानों को निशाना बनाने का प्रयास कियाथा।
घटना के बाद, समुदाय के सदस्यों ने नंदानगर समेत अन्य इलाकों में अपने साथ भेदभाव का आरोपलगाते हुए पुलिस महानिदेशक अभिनव कुमार से भेंट की थी। इसके बाद Rudraprayag पुलिस प्रशासनइस मसले में सक्रिय हुआ था और कार्रवाई शुरू की थी।
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Rudraprayag के गांवों में बाहरी लोगों के प्रवेश पर रोक के ‘साइन बोर्ड’ लगे