उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री और गोरक्षपीठ के पीठाधीश्वर योगी
आदित्यनाथ ने सोमवार की सुबह गोरखनाथ मंदिर प्रवास के दौरान रुद्राभिषेक एवं अनुष्ठान पूर्ण करके
देवाधिदेव भगवान भोलेनाथ से लोकमंगल एवं जगत के कल्याण की प्रार्थना की।
एक आधिकारिक बयान में कहा गया कि योगी आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मठ के प्रथम तल पर स्थित
शक्ति मंदिर में देवाधिदेव महादेव को बिल्व पत्र, कमल पुष्प आदि अर्पित करने कर बाद रुद्राभिषेक
किया।
मठ के विद्वान पुरोहितों ने शुक्ल यजुर्वेद संहिता के रुद्राष्टाध्यायी के महामंत्रों द्वारा रुद्राभिषेक का
अनुष्ठान पूर्ण कराया। रुद्राभिषेक के बाद उन्होंने वैदिक मंत्रोच्चार के बीच हवन व आरती की।
यहां जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार रुद्राभिषेक का अनुष्ठान पूर्ण करने के बाद मुख्यमंत्री योगी
आदित्यनाथ ने गोरखनाथ मंदिर की गौशाला में गोसेवा की। उन्होंने गोवंश का हाल जाना और उन्हें
अपने हाथों से गुड़-रोटी खिलाई।
बयान में कहा गया कि ऐसी मान्यता है कि कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को रुद्राभिषेक करने से भगवान
शिवशंकर अत्यंत प्रसन्न होते हैं और ऐसा करने वालों की सभी मनोकामनाएं पूरी करते हैं।