पति की दीर्घायु की कामना के लिए रखा जाने वाला निर्जला व्रत
करवाचौथ एक नवम्बर को है। ज्योतिषियों के अनुसार इस दिन चांद रात आठ बजकर 25 मिनट के बाद
दिखाई देगा। इस बार सवार्थ सिद्धि शिव व मानस योग का महासंयोग बन रहा है। ये सभी शुभ माने
जाते हैं। इनके संयोग में शुभ कार्य फलदायी होते हैं।
पं. विनोद गौतम ने बताया कि सवार्थ सिद्धि योग
सभी कार्यों में सिद्धि प्रदान करने वाला है। जबकि शिव योग चंद्र प्रधान इस पूजा के लिए लाभदायी
होता है। इस दिन दोपहर में मानसयोग रहेगा तोशाम 4:45 बजे मित्र योग शुरु होगा। पं. गौतम का
कहना है कि अधिकांशत: जल्दबाजी में अपरिपक्व चंद्रमा की पूजा कर ली जाती है, यानी यह पूर्ण स्वरूप
में नहीं होता है।
इसलएचंद्रमा की परिपक्व स्थिति (यानी सिर उठाकर पूजा करने वाली) में पूजा शुभकारी
होता है। पं. रामसजीवन दुबे गुरुजी के अनुसार यह व्रत पति की दीर्घायु एवं परिवार की समृद्धि के लिए
रखते हैं। यह व्रत दांपत्य जीवन के मनमुटाव दूर करने के साथ चंद्रमा के प्रभाव से मन की शीतलता भी
प्रदान करता है। कन्याएं भी सुयोग्य वर के लिए यह व्रत रखती हैं।