शिरोमणि अकाली दल (शिअद) अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल ने गुरुवार
को कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी(आप) सरकार के बाढ़ से तबाह फसलों का मुआवजा
जारी करने और किसानों की मदद से कथित तौर पर इन्कार के बाद अब उसने भारी बिजली कटौती
करनी शुरू कर दी है जिससे धान और सब्जियों की खड़ी फसलों को नुकसान का खतरा मंडरा रहा है।
श्री बादल ने यहां बयान जारी कर कहा कि राज्य के किसानों की बाढ़ के बाद दुर्दशा के प्रति मुख्यमंत्री
भगवंत मान ने उदासीनता सभी हदें पार कर दी हैं जिनकी हजारों ने एकड़ धान की फसल तबाह हो गई
और डेढ़ माह बाद भी सरकार ने कथित तौर पर उचित मुआवजा नहीं दिया है ऊपर से वह अब बड़े
पैमाने पर बिजली कटौती पर उतारू है जिससे राज्य में हालात सूखे जैसे हो गये हैं।
श्री बादल ने कहा कि श्री भगवंत मान ने किसानों को निर्बाध बिजली आपूर्ति का वादा किया था, लेकिन
इसके विपरीत मुक्तसर, फाजिल्का, और फिरोजपुर जिलों में किसान 18 से 20 घंटे की बिजली कटौती
की बात कर रहे हैं जिससे उनकी धान, सब्जियां और बागवानी बुरी तरह प्रभावित हो रही हैं। किसानों को
700 से अधिक लिफ्ट सिंचाई पम्प चलाने के लिए मजबूर किया जा रहा है या उनके खिलाफ मामला
दर्ज करने की धमकी दी जा रही है। जिन किसानों को नहरी पानी का हिस्सा आवंटित किया गया है
उन्हें पुलिस लिफ्ट पम्प नहीं चलाने दे रही है।
उन्होंने कहा कि शहरी क्षेत्रों के साथ औद्योगिक क्षेत्र को भी बड़े पैमाने पर बिजली कटौती का सामना
कर रहा है।
इससे उद्योग प्रभावित होने के साथ व्यापारियों और उद्योगपत्तियों को इससे भारी नुकसान
हो रहा है। ऐसी स्थिति पैदा हो गई जहां लोगों को जेनरेटर पर वापिस जाने के लिए मजबूर होना पड़
रहा है। उन्होंने कहा कि इन सबका राज्य की अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।