सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के अनुसूचित जाति विकास
निगम, पिछड़ा वर्ग विकास निगम और राष्ट्रीय सफाई कर्मचारी विकास निगम के माध्यम से लखनऊ के
इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमती नगर में आयोजित शिल्प समागम मेला रिकॉर्ड सेल के साथ समाप्त
हुआ।
मेले के अंतिम दिन लखनऊवासियों ने जमकर खरीदारी की और लगभग 37 लाख की सेल हुई। 9
दिन चले इस मेले के में कुल 1 करोड़ 82 लाख 82 हजार साठ रुपये की अभूतपूर्व सेल हुई। मंत्रालय
इन निगमों के माध्यम से लाभार्थियों को कम दर के ब्याज पर ऋण उपलब्ध कराकर उन्हे जहां एक
तरफ कौशल विकास कर आत्मनिर्भर बनाने का प्रयास कर रहा है
तो वही दूसरी तरफ उनके उत्पादों को
इस प्रकार के मेले के माध्यम से विपणन का केंद्र के साथ बिक्री के लिए बड़ा मंच प्रदान कर ‘लोकल
फार लोकल’ की वकालत कर रहा है। साथ ही एक राज्य के लाभार्थियों को अपने उत्पाद दूसरे राज्यों में
जाकर बेचने का सुअवसर प्रदान कर रहा है।
मेले में बेंत और बांस, हस्तशिल्प, हथकरघा, मधुबनी
पेंटिंग्स, कशीदाकारी कपड़े, ड्रेस मैटेरियल शॉल, स्टोल जैकेट, ऑर्गेनिक हनी, अचार, चाय, आरी वर्क,
सोजनी वर्क, लकड़ी के खिलौने, अगरबत्ती, स्क्रूपिन, जल जलकुंभी उत्पाद और चमड़े के उत्पाद प्रमुख हैं।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ‘सबका साथ, सबका विकास’ के मूल मंत्र पर आधिरित इस मेले का उद्देश्य
लगभग 18 राज्यों के लगभग 80 लाभार्थियों में भाग लिया।