दिल्ली में क्रमिक प्रतिक्रिया कार्य योजना (जीआएपी यानी ग्रैप) के
चौथे चरण के प्रतिबंध हटाए जाने के साथ ही सोमवार से राष्ट्रीय राजधानी में सरकारी सहायता प्राप्त
स्कूल और निजी स्कूल फिर से खुल गये।
शिक्षा निदेशालय (डीईओ) द्वारा जारी एक आदेश के अनुसार, अगले एक सप्ताह तक स्कूलों में
आउटडोर खेल गतिविधियां और सुबह की सभाएं आयोजित नहीं की जाएंगी। शहर में बढ़ते प्रदूषण और
स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं के बीच आठ नवंबर को दिल्ली में स्कूल बंद कर दिए गए थे और शीतकालीन
अवकाश की घोषणा कर दी गई थी।
दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (एक्यूआई) के बेहतर होने और निकट भविष्य में इसके स्तर पर
गिरावट के संकेत नहीं होने के मद्देनजर डीओई ने शनिवार को प्री-स्कूल से कक्षा 12 तक के सभी छात्रों
के लिए कक्षाएं फिर से शुरू करने का आदेश जारी किया।
दिल्ली में 28 अक्टूबर से हवा की गुणवत्ता खराब होने लगी थी और दो सप्ताह तक हवा की गुणवत्ता
‘बहुत खराब’ से ‘गंभीर’ श्रेणी में रही। इस अवधि के दौरान शहर में दमघोंटू धुंध छाई रही।
अनुकूल मौसम संबंधी परिस्थितियों के कारण दिवाली से ठीक पहले हवा की गुणवत्ता में तेजी से सुधार
हुआ, जिससे 11 और 12 नवंबर को आसमान साफ रहा और धूप खिली रही।
हालांकि, अल्पकालिक राहत के बाद 12 नवंबर को दिवाली पर आतिशबाजी पर प्रतिबंध का उल्लंघन होने
के बाद प्रदूषण तेजी से बढ़ गया।
हवा की अनुकूल गति और दिशा के कारण वायु प्रदूषण के स्तर में गिरावट को देखते हुए केंद्र ने
शनिवार को निर्माण कार्य और दिल्ली में प्रदूषण फैलाने वाले ट्रकों के प्रवेश पर रोक सहित कड़े प्रतिबंध
हटा दिए।
दिल्ली और उसके उपनगरों में हवा की गुणवत्ता एक दिन पहले मामूली सुधार के बाद सोमवार को फिर
से खराब हो गई और पूर्वानुमानों से पता चलता है कि आने वाले दिनों में बड़ी राहत की संभावना नहीं
है।
शहर का एक्यूआई सोमवार को सुबह आठ बजे 338 रहा। पिछले 24 घंटे का औसत एक्यूआई रविवार
शाम चार बजे 301, शनिवार को 319, शुक्रवार को 405 और बृहस्पतिवार को 419 था।