राजस्थान की भाजपा सरकार वैलेंटाइन डे (14 फरवरी) को ‘मातृ पितृ
पूजन दिवस’ के रूप में मनाने की योजना बना रही है।
राज्य के सरकारी और निजी स्कूलों में ‘मातृ-पितृ पूजन दिवस’ मनाने को लेकर राज्य के शिक्षा मंत्री
मदन दिलावर ने रविवार को प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक की। उन्होंने कहा कि ‘मातृ पितृ
पूजन दिवस’ को नए शैक्षणिक सत्र के कैलेंडर में शामिल किया जाएगा।
दिलावर ने मीडिया से बात करते हुए कहा, ”यह सच है कि वैलेंटाइन डे की शुरुआत हमारे देश में नहीं
हुई। देश में जिस तरह से इसे मनाया जाता है, वह भी सही नहीं है। देवनानी जी (वासुदेव देवनानी)
वर्तमान में विधानसभा अध्यक्ष हैं, जब वे शिक्षा मंत्री थे तो उन्होंने इस दिन स्कूलों में ‘मातृ पितृ पूजन
दिवस’ शुरू करने का विचार किया था। अब हम इसका अध्ययन करेंगे। हालांकि, इस बार समय कम है,
लेकिन, अगले साल हम इस पर काम करेंगे।” उन्होंने कहा, “माता-पिता की पूजा की जानी चाहिए। वे ही
हैं, जो हमें ब्रह्मांड में लेकर आए हैं।”
पिछली वसुंधरा राजे सरकार ने अप्रैल 2018 में 14 फरवरी को हर स्कूल में ‘मातृ पिता पूजन दिवस’
मनाने के आधिकारिक आदेश जारी किए थे। लेकिन, इसके बाद 2018 में कांग्रेस सरकार बनने के तुरंत
बाद इसमें बदलाव किया गया। तत्कालीन कांग्रेस सरकार ने इस आदेश को लागू नहीं किया। अब
दिलावर पुराने आदेश को नए सिरे से लागू करने की तैयारी में हैं।
इस बीच, मंत्री ने कोटा में एक बैठक में कहा कि दुर्व्यवहार करने वाले शिक्षकों और अधिकारियों की
संपत्तियों पर बुलडोजर चलाया जाएगा। गड़बड़ी करने वाले शिक्षकों व अधिकारियों को चिह्नित करने का
काम शुरू हो गया है।
राज्य के स्कूलों में ‘सूर्य नमस्कार’ अनिवार्य करने को लेकर दिलावर ने कहा, “सूर्य भगवान अंधकार दूर
करते हैं, सभी प्रकार की बीमारियों को दूर करते हैं। इसी वजह से स्कूलों में सूर्य नमस्कार अनिवार्य
करने का फैसला किया गया है।”