करोड़ों खर्च के बाद भी अधूरी आस
Noida रबूपुरा यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) के सेक्टर 22डी में निर्माणाधीन सुपरटेक गोल्फ कंट्री प्रोजेक्ट में शनिवार को सैकड़ों होम बायर्स ने प्रदर्शन किया।
जीवन भर की कमाई लगाने के बावजूद घर न मिलने से आक्रोशित खरीदारों ने बिल्डर, बैंक और यीडा प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने मुख्यमंत्री से लेकर प्रधानमंत्री तक गुहार लगाने के बाद अब आंदोलन की राह अपनाने की चेतावनी दी है।होम बायर्स राजीव गौतम, अरुण त्यागी, दिनेश राय, मीता अग्रवाल, विशाल जस्सल और विभय सिंह ने बताया कि 2011-12 में लॉन्च हुए इस प्रोजेक्ट में हजारों खरीदारों ने अपने सपनों का आशियाना बुक किया था। लेकिन, जुलाई 2024 में प्रोजेक्ट के पंजाब एंड सिंध बैंक के एनसीएलटी में चले जाने से स्थिति और जटिल हो गई।
खरीदारों का आरोप है कि बैंक प्रोजेक्ट बेचकर अपना पैसा वसूलने की कोशिश में उनके क्लेम को कम करने का प्रयास कर रहा है।होम बायर्स के मुताबिक, अब तक 947 खरीदारों ने क्लेम दाखिल किया है, जबकि प्रोजेक्ट में कुल 2950 खरीदार हैं। बाकी खरीदारों के क्लेम दाखिल करने के लिए आईआरपी उमेश सिंघल फोन, व्हाट्सएप और ईमेल के जरिए संपर्क करेंगे, ताकि 100% क्लेम सुनिश्चित हो और बैंक प्रोजेक्ट को बेच न सके।
खरीदारों ने बताया कि 20 मार्च 2025 को सुपरटेक ऑफिस में हुई पहली सीओसी मीटिंग में पंजाब एंड सिंध बैंक ने होम बायर्स को बैठने से रोका और उनके क्लेम हटाने की बात कही। मीटिंग के बीच से खरीदारों को बाहर निकाल दिया गया, जिसका उन्होंने विरोध किया।
खरीदारों का कहना है कि 2023 से वे घर की मांग कर रहे हैं, लेकिन सारा पैसा बिल्डर को देने के बावजूद मूलभूत सुविधाएं अधूरी हैं। पजेशन और रजिस्ट्री का कोई अता-पता नहीं है। उन्होंने सवाल उठाया कि जब बिल्डर घर बेच रहा था, तब बैंक और यीडा कहां थे? यीडा ने न तो प्रोजेक्ट के आसपास सड़क बनाई, न ही बिजली-पानी की व्यवस्था की, जबकि वह इस क्षेत्र को भविष्य का दावा करता है।
अथॉरिटी द्वारा ऑक्यूपेंसी सर्टिफिकेट (ओसी) या कंप्लीशन सर्टिफिकेट (सीसी) न देने से खरीदार नक्शा पास कराने और रजिस्ट्री कराने में असमर्थ हैं।होम बायर्स ने सरकार से न्याय की मांग की है और चेतावनी दी है कि यदि उनकी मांगें पूरी न हुईं तो वे व्यापक आंदोलन करेंगे। इस मामले में यीडा और सुपरटेक की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।