दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गुरुवार रात हुई गिरफ्तारी से
देश की राजनीति में संग्राम छिड़ गया है. इसका असर राजस्थान की सियासत में भी साफ तौर पर देखा
जा रहा है.
कांग्रेस समेत आरएलपी के नेताओं ने बीजेपी को अपने निशाने पर लेते हुए सीएम की
गिरफ्तारी को ‘तानाशाही कदम’ करार दिया है. इन आरोपों के बाद अब केंद्रीय मंत्री और अलवर से
बीजेपी के लोकसभा प्रत्याशी भूपेंद्र यादव का बयान सामने आया है.
मीडिया से बातचीत में भूपेंद्र यादव ने शुक्रवार को कहा, ‘कानून अपना काम कर रहा है. कानून सम्मत
प्रक्रिया है जो देश में सबके लिए लागू है. दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी कानूनी
निर्णय है.
यह कानूनी विषय है. यह सब पर लागू होता है. जो भी भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, उनके खिलाफ
कानूनी एजेंसियां अपने आप काम करेंगी. न्यायिक प्रक्रिया अपने आप चलती है. इसके लिए कोई छोटा
बड़ा नहीं होता.
कानून की नजरों में सब एक ही तरह के हैं.’ इस दौरान जब केंद्रीय मंत्री से केजरीवाल के
पक्ष द्वारा रात्रि में सुप्रीम कोर्ट में जाने को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि यह न्यायिक
प्रक्रिया है जो अपने आप चलेगी और वह कोर्ट के आदेश से ही कार्रवाई हुई है.
‘जेल से सरकार चलाएंगे केजरीवाल’
आबकारी नीति से जुड़े धन शोधन मामले में ईडी द्वारा की गई ये 16 वीं गिरफ्तारी है. ईडी इस मामले
में अबतक छह आरोपपत्र दाखिल कर चुकी है और 128 करोड़ रुपये की संपत्ति कुर्क कर चुकी है.
केजरीवाल मामले में पूछताछ के लिए एजेंसी द्वारा जारी किए गए कुल 9 समन को टाल चुके थे. इनमें
नया समन 21 मार्च को जारी किया गया था. उन्होंने इन समन को ‘अवैध’ करार दिया है. देश में ऐसा
पहली बार हुआ है
जब पद पर रहते हुए किसी मुख्यमंत्री को गिरफ्तार किया गया हो. हालांकि, भाजपा
ने नैतिक आधार पर मुख्यमंत्री पद से उनके इस्तीफे की मांग की है. लेकिन आम आदमी पार्टी की तरफ
से कहा गया है
कि ‘केजरीवाल दिल्ली के मुख्यमंत्री बने रहेंगे. जरूरत पड़ने पर, वह जेल से सरकार
चलाएंगे.’