डेस्टिनेशन उत्तराखंड ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट प्रदेश के लिए बहुत
फायदेमंद साबित होता नजर आ रहा है। प्रदेश में स्वास्थ्य सुविधाओं को अधिक बेहतर बनाने के लिए
सरकार लगातार कोशिश कर रही है। इन्वेस्टर्स समिट में आए इन्वेस्टर्स ने हेल्थ सेक्टर में भी अपनी
खासी रुचि दिखाई है। जिसमें राज्य के चार अस्पतालों को पीपीपी मोड पर दिए जाने का फैसला भी
लिया गया है।
स्वास्थ्य मंत्री धन सिंह रावत ने अभी इसकी पुष्टि नहीं की है। उन्होंने कहा कि हम अपनी शर्तों पर ही
अपने अस्पतालों और मेडिकल कॉलेज को निजी हाथों में देंगे।
जबकि, उनके इस बयान से ठीक पहले ही चार अस्पतालों को लेकर पीपीपी मोड पर दिए जाने की
रूपरेखा भी तैयार हो चुकी है। जो बताता है कि धामी सरकार ने एक बार फिर अस्पतालों को निजी हाथों
में सौंप कर बेहतर व्यवस्था बनाने का काम किया है। जिससे ज्यादा से ज्यादा इन्वेस्टर्स हेल्थ सेक्टर में
भी अपनी रुचि दिखा सकें और राज्य के लोगों को भी इसका सकारात्मक लाभ मिल सके।
जानकारी देते हुए स्वास्थ्य सचिव ने बताया कि अस्पतालों का निर्माण पूरा हो चुका है। अब इनमें
मैनपॉवर और मशीनों को पीपीपी मोड पर ले रहे संस्थाओं को पूरा करना है। जिससे अस्पतालों की
सुविधाएं बेहतर हो सके। हल्द्वानी, हरिद्वार समेत चार अस्पताल निजी हाथों में सौंपे जाने हैं, जिसका
लाभ राज्य के लोगों को भी मिलेगा।