Greater noida घंटा गोल चक्कर की बदहाली: प्राधिकरण की लापरवाही से फव्वारे बंद खूबसूरती पर सवाल

फव्वारों की दुर्दशा और आसपास की बदहाली

 

Greater noida उत्तर प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर में Greater noida एक हाई-टेक जिला है जो अपनी खूबसूरती और  शहरीकरण के लिए जाना जाता है। हालाँकि, सूरजपुर में घण्टा गोल चक्कर की मौजूदा स्थिति इस दावे को चुनौती देती है।

यहां लगे फव्वारों की दुर्दशा और आसपास की बदहाली ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण के हॉर्टिकल्चर डिपार्टमेंट की लापरवाही को उजागर कर रही है।प्राधिकरण हर महीने शहर की सौंदर्यीकरण और रखरखाव पर करोड़ों रुपये खर्च करता है, लेकिन घंटा गोल चक्कर की स्थिति बद से बदतर होती जा रही है। इस चौराहे पर लगे चार फव्वारों में से केवल एक ही चालू है, जबकि बाकी तीन बंद पड़े हैं। इन फव्वारों का पानी पूरी तरह सूख चुका है, जिसके चलते उनमें गंदगी जमा हो रही है।

वही फव्वारों के बाहर लगी बाउंड्री ग्रिल भी जगह जगह से टूटी हुई है। यह नजारा न केवल शहर की खूबसूरती को धूमिल कर रहा है, बल्कि प्राधिकरण की गंभीरता पर भी सवाल उठा रहा है।

घंटा गोल चक्कर ग्रेटर नोएडा का एक प्रमुख स्थल है, जहां से प्रतिदिन लाखों लोग गुजरते हैं। इस बदहाल स्थिति को देखकर न केवल स्थानीय निवासियों, बल्कि बाहरी लोगों में भी शहर के प्रबंधन के प्रति नकारात्मक छवि बन रही है। राहगीर रमेश कुमार ने बताया, “यह चौराहा पहले कितना सुंदर था, लेकिन अब फव्वारों की हालत देखकर दुख होता है। प्राधिकरण को इसकी मरम्मत और रखरखाव पर तुरंत ध्यान देना चाहिए।लोगों का मानना है कि ऐसी छोटी-छोटी लापरवाहियां शहर की छवि को बड़े स्तर पर प्रभावित कर सकती हैं। यह सवाल अब हर उस व्यक्ति के मन में है, जो इस बदहाल चौराहे से गुजरता है।

प्राधिकरण की ओर से त्वरित कार्रवाई की उम्मीद की जा रही है, ताकि घंटा गोलचक्कर की खूबसूरती फिर से निखर सके।

Related posts

Leave a Comment