दिल्ली विश्वविद्यालय कल्चर काउंसिल द्वारा आयोजित जी-20 की
समापन बैठक का आयोजन विश्वविद्यालय के वाइस रीगल लॉज स्थित काउंसिल हॉल में बुधवार, 27
दिसंबर को हुआ। इस अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता दिल्ली विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. योगेश
सिंह ने की। उन्होंने अपने अध्यक्षीय संबोधन में कहा कि भारत जब भी ताकतवर बना है तो विश्व
कल्याण की भावना से बना है। कुलपति ने कहा कि जी-20 के माध्यम से भारत ने अपनी वसुधैव
कुटुंबकम की भावना को दुनिया के सामने रखा है। इस अवसर पर कुलपति द्वारा कल्चर काउंसिल के
सूचना बुलेटिन का विमोचन भी किया गया।
कुलपति ने अपने संबोधन में कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक खासियत है कि वह
सरकारी कार्यक्रम को सरकार से हट कर आम आदमी का कार्यक्रम बना देते हैं। जी-20 को भी उन्होंने
जन भागीदारी का कार्यक्रम बना दिया।
गाँव देहात तक के लोगों ने किसी न किसी रूप में इससे जुड़ने
का प्रयास किया। दिल्ली विश्वविद्यालय ने भी इसमें अपनी भागीदारी निभाई और जी-20 में भारत की
अध्यक्षता का जश्न मनाते हुए 28 अगस्त से 29 नवम्बर तक सांस्कृतिक-सह-शैक्षणिक गतिविधियों
(कल्चरल कम एकेडमिक एक्टिविटीस) की लंबी श्रृंखला का आयोजन किया। कुलपति प्रो. योगेश सिंह ने
कहा कि इन आयोजनों के माध्यम से विद्यार्थियों को एक दूसरे देश की संस्कृति को समझने का मौका
मिला। उन्होंने कहा कि हमें इन आयोजनों के माध्यम से पता चला कि मानव का व्यवहार पूरे विश्व में
तकरीबन एक सा ही है। कुलपति ने इन आयोजनों के लिए कल्चर काउंसिल और सभी नोडल
अधिकारियों व सहभागियों को बधाई भी दी।
कार्यक्रम के आरंभ में दिल्ली विश्वविद्यालय कल्चर काउंसिल की संचालन समिति के चेयरपर्सन अनूप
लाठर ने अपने स्वागत भाषण में कहा कि सभी नोडल संस्थानों ने अपने-अपने तरीके से कार्यक्रमों का
आयोजन किया। इन आयोजनों के माध्यम से यह जानने का मौका मिला कि दिल्ली विश्वविद्यालय और
इसके कॉलेज सांस्कृतिक तौर पर भी बहुत ही समृद्ध हैं। हमारे कॉलेजों के विद्यार्थियों में बहुत ही
बढ़िया प्रतिभाएं छुपी हैं।
कार्यक्रम के अंत में दिल्ली विश्वविद्यालय कल्चर काउंसिल के डीन प्रो. रविंदर
कुमार द्वारा धन्यवाद ज्ञापन प्रस्तुत किया गया। इस अवसर पर विभिन्न कॉलेजों एवं विभागों में
आयोजित हुई जी-20 गतिविधियों पर बनी एक फिल्म की स्क्रीनिंग भी की गई। जी-20 के आयोजनों से
जुड़े विभागाध्यक्षों/ प्रिंसिपलों तथा नोडल अधिकारियों/ संकाय सदस्यों को भी कुलपति द्वारा सम्मानित
किया गया। इस अवसर पर डीन ऑफ कॉलेजेज़ प्रो. बलराम पाणी, दक्षिणी दिल्ली परिसर के निदेशक
प्रो. श्री प्रकाश सिंह, रजिस्ट्रार डॉ. विकास गुप्ता, कई डीन, संबंधित कॉलेजों के प्रिंसिपल और शिक्षक
उपस्थित रहे।