अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर कार्यालय के बाहर खड़े
वाहनों में मंगलवार को अचानक आग लग गई। देखते ही देखते आग एक वाहन से दूसरे में फैलने लगी
और विकराल रूप लेने लगी।
जिससे कैंपस में अफरा तफरी का माहौल बन गया और कर्मचारियों ने
तत्काल फायर ब्रिगेड को सूचना दी।
अधिकारियों को सूचना देने के साथ ही कर्मचारी और यूनिवर्सिटी की फायर टीम आग बुझाने में जुट
गए। काफी मशक्कत के बाद कर्मचारियों ने आग पर काबू पाया। राहत इस बात की रही कि कोई
जनहानि नहीं हुई। वहीं दूसरी ओर कैंपस के अंदर लगी आग की जांच के लिए टीम भी गठित की जा
रही है, जिससे कारणों का पता लगाया जा सके।
प्रॉक्टर कार्यालय में खड़े थे कंडम वाहन
एएमयू के प्रॉक्टर कार्यालय के बाहर दर्जनों की संख्या में कंडम वाहन खड़े थे। यह वाहन दशकों से
प्रॉक्टर कार्यालय के बाहर खड़े खड़े कंडम हो चुके हैं, लेकिन अभी तक इन वाहनों का कोई भी दावेदार
यूनिवर्सिटी के अधिकारियों के पास नहीं पहुंचा है।
यूनिवर्सिटी कैंपस या इसके आसपास एएमयू के अधिकार क्षेत्र वाली जगह में जब भी कोई वाहन
लावारिस हालत में मिलता है तो प्रॉक्टर टीम उसे अपने साथ ले जाती है। अगर इसका कोई दावेदार
प्रॉक्टर ऑफिस पहुंचता है और अपने दस्तावेज दिखाता है तो वापस उसे दे दिया जाता है। अन्यथा
वापस प्रॉक्टर कार्यालय में ही खड़े रहते हैं।
सांसद ने वाहनों को बताया था संदिग्ध
अलीगढ़ के सांसद सतीश गौतम लगभग दो साल पहले इन वाहनों पर सवालिया निशान लगा चुके हैं।
उन्होंने तात्कालीन एसएसपी कलानिधि नैथानी को पत्र लिखकर प्रॉक्टर कार्यालय के बाहर खड़े वाहनों की
जांच करने के लिए कहा था। इसके साथ ही यूनिवर्सिटी की कार्यशैली पर भी सवाल उठाए थे।
जिसके बाद यूनिवर्सिटी ने भी अपना जवाब जारी किया था और बताया था कि पुलिस इन वाहनों के
चेचिस नंबर कई बार दर्ज कर चुकी है। इन पर कार्यवाही के लिए यूनिवर्सिटी कई बार पुलिस अधिकारियों
को पत्र भी लिख चुकी है। सांसद के पत्र के बाद प्रॉक्टर ने दुबारा पुलिस को कार्यवाही के लिए पत्र लिखा
था।
आग लगने की होगी जांच
एएमयू के प्रॉक्टर प्रो. मो. वसीम अली ने बताया कि अज्ञात कारणों से वाहनों में आग लग गई थी।
जिस पर काबू पाया गया है। वाहनों में आग लगने के कारणों का पता लगाया जा रहा है।