गोवा में क्रिसमस उत्सव की शुरुआत रविवार रात प्रार्थनाओं और प्रभु
यीशु की स्तुति में गाए गए कैरल्स से हुई, जहां भारी संख्या में लोग रात भर आयोजित हुए समारोहों के
लिए गिरजाघरों और समुद्र तटों पर एकत्र हुए।
गिरजाघरों में प्रार्थना सभा में भाग लेने के बाद सोमवार तड़के राजधानी पणजी की सड़कों पर लोगों की
भीड़ दिखाई दी। पणजी के मध्य में स्थित प्रसिद्ध ‘चर्च स्क्वायर’ पर लोगों की भारी भीड़ उमड़ी। तटीय राज्य में
क्रिसमस और नए साल के जश्न के लिए बड़ी संख्या में पर्यटक भी पहुंचे हैं। इस राज्य की लगभग 30
प्रतिशत आबादी ईसाई है।
क्रिसमस के अवसर पर गोवावासियों ने अपने घरों को रंगीन रोशनी से सजाया और प्रभु यीशु के जन्म
को दर्शाते हुए सुंदर ढंग से सजाए गए पालने लगाए।पणजी के ‘अवर लेडी ऑफ द इमैक्युलेट कॉन्सेप्शन चर्च’ में रविवार रात 11 बजे से ही श्रद्धालु प्रार्थना में शामिल होने के लिए जुटने लगे। आधी रात को घंटियां बजाने के साथ ही गिरिजाघरों समेत तमाम स्थानों पर प्रभु यीशु के जन्म का जश्न मनाया गया।
गोवा के समुद्र तटों पर रात भर समारोह आयोजित किए गए, जो सोमवार तड़के तक जारी रहे और इस
जश्न में कई पर्यटक भी स्थानीय लोगों के साथ शामिल हुए।मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने रविवार को एक संदेश में कहा कि क्रिसमस खुशी का त्योहार है जो दुनिया भर में बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है।
मुख्यमंत्री ने कहा, ”इस दिन यीशु मसीह के जन्म का जश्न मनाया जाता है और शांति व सद्भाव की
भावना को फिर से जागृत करता है। यह देने का दिन है। इस शुभ अवसर पर, हम प्रभु यीशु को गहराई
से याद करते हैं, जिन्होंने त्याग, प्रेम, सहिष्णुता का मूल्यवान संदेश फैलाया।”