रहस्यमय निमोनिया की आशंका को देखते हुए शासन स्तर से
तैयारी शुरू कर दी गई है। इसके तहत कोविड-19 के दौरान चिकित्सीय अधो संरचना को परखने के लिए
शनिवार को मॉक ड्रिल की जाएगी। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी अस्पतालों में जांच से लेकर उपचार
तक की सभी व्यवस्थाओं की जांच करेंगे। चीन में फैले रहस्यमय निमोनिया के बाद भारत में भी
संक्रमण फैलने की आशंका बनी हुई है।
अधिकारियों की मानें तो कोरोना चीन में फैलने के तीन महीने
बाद देश, प्रदेश और जिले तक पहुंच गया था। जनवरी में भारत में प्रवेश की आशंका को लेकर केंद्र और
प्रदेश सरकार अलर्ट मोड पर है। इसके लिए शासन ने मॉकड्रिल के निर्देश दिए हैं। जिला सर्विलांस
अधिकारी डॉ. आरके गुप्ता ने बताया कि जिले में 16 दिसंबर को स्वास्थ्य विभाग मॉकड्रिल करेगा।
जिला स्तरीय अस्पतालों के साथ ही ऑक्सीजन प्लांट वाली सभी चिकित्सा इकाइयों पर मॉक ड्रिल की
जाएगी।
मॉकड्रिल के दौरान ऑक्सीजन प्लांट की सक्रियता के साथ ही अन्य व्यवस्थाओं और जरूरी
दवाओं व उपकरणों को लेकर तैयारियों को परखा जाएगा। उन्होंने कहा कि मॉक ड्रिल के दौरान मरीजों
की जांच, उपचार, एंबुलेंस, ऑक्सीजन, दवाएं, डॉक्टरों की उपलब्धता, वेंटीलेटर आदि सभी संसाधनों की
जांच की जाएगी।
जिससे यदि संक्रमण फैलता है तो विभागीय स्तर पर तुरंत मरीजों को उपचार उपलब्ध
करवाया जा सके। उन्होंने बताया कि जिले की सभी सीएचसी और कोविड अस्पतालों में शनिवार को
व्यवस्थाओं की जांच की जाएगी। इसके साथ ही पीएचसी, कोविड लैब में भी जांच की जाएगी।