दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार एक बार फिरविधानसभा में अपना बहुमत साबित करने जा रही है।

दिल्ली की आम आदमी पार्टी (आप) सरकार एक बार फिर
विधानसभा में अपना बहुमत साबित करने जा रही है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शुक्रवार को सदन
में विश्वास मत पेश किया।

मुख्यमंत्री ने विधानसभा में एक बार फिर भाजपा पर ‘ऑपरेशन लोटस’
चलाने का आरोप लगाते हुए कहा कि उनकी पार्टी के सात विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई और
वह जनता को दिखाना चाहते हैं कि एक भी विधायक नहीं टूटा। केजरीवाल ने यह भी कहा कि शराब
घोटाले की आड़ में उन्हें गिरफ्तार करके सरकार गिराने की कोशिश की जा रही है। विश्वास मत पर
शनिवार को चर्चा होगी।


अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में विश्वास मत पेश करते हुए कहा, ‘अभी कुछ दिन पहले मेरे पास दो
विधायक आए अलग-अलग दिन। दोनों ने आकर बताया कि उनके पास बीजेपी के लोग आए थे और
उन्होंने कहा कि कुछ दिन बाद तुम्हारे मुख्यमंत्री को गिरफ्तार कर लेंगे। हमने 21 विधायकों से संपर्क
कर लिया है।

वे मान गए हैं पार्टी छोड़ने के लिए। 25 करोड़ रुपए देंगे। हम अपने टिकट पर तुम्हें चुनाव
लड़वा देंगे। हमने तो स्वीकार नहीं किया। हमने सभी विधायकों से संपर्क किया तो पता चला कि सात
विधायकों से संपर्क किया गया। एक और ऑपरेशन लोटस की कोशिश इन्होंने की।’


केजरीवाल ने आगे कहा, ‘ये जो तथाकथित शराब घोटाला है वह कोई घोटाला नहीं है। इन्हें कोई जांच
नहीं कर रहे हैं। इनका मकसद शराब घोटाले की आड़ में गिरफ्तार करके सरकार गिराना है। क्योंकि ये
दिल्ली में चुनाव जीत नहीं सकते हैं। चुनाव नहीं जीत सकते हैं तो किसी तरह सरकार गिराकर सरकार
बना लो। ऊपर वाले की दया है कि इनका प्रयास सफल नहीं रहा। यह देखने के लिए और जनता को
दिखाने के लिए हमारा एक भी विधायक नहीं टूटा, अध्यक्ष महोदय में यह प्रस्ताव पेश करता हूं।’ इससे
पहले मुख्यमंत्री ने को सोशल मीडिया पर एक लाइन की खबर देकर सबको चौंका दिया। उन्होंने एक्स
पर लिखा, ‘विधानसभा में आज मैं विश्वास मत रखूंगा।’


आज दिल्ली विधासनभा के बजट सत्र का दूसरा दिन है। पहले दिन उपराज्यपाल का अभिभाषण हुआ तो
दूसरे दिन की कार्यवाही बेहद हंगामेदार रही। भाजपा के सात विधायकों को निलंबित कर दिया गया है।
इस बीच मुख्यमंत्री ने विश्वास मत पेश करने का ऐलान कर दिया। इससे पहले पिछले साल मार्च में भी


अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में विश्वास मत पेश करते हुए अपना बहुमत साबित किया था। 70
विधायकों वाले सदन में आम आदमी पार्टी के 62 विधायक हैं। भाजपा के पास 8 विधायक हैं, जिनमें से
सात निलंबित किए जा चुके हैं। वहीं, कांग्रेस के पास कोई विधायक नहीं है।
क्यों चला विश्वास मत का दांव

माना जा रहा है कि आम आदमी पार्टी की ओर से विधायकों की खरीद-फरोख्त का आरोप लगाए जाने के
बाद जिस तरह भाजपा ने आक्रामक रुख अपनाया और पुलिस से शिकायत की, विश्वास मत के जरिए
राजनीतिक रूप से जवाब दिया जाएगा।

विश्वास मत के इस दांव को 17 फरवरी को कोर्ट में केजरीवाल
की पेशी और कथित शराब घोटाले में ईडी की ओर से अरविंद केजरीवाल को भेजे गए समन से भी
जोड़कर देखा जा रहा है। आम आदमी पार्टी ने मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी की आशंका
जाहिर की है।

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