मध्य प्रदेश के इंदौर में राम मंदिर के चित्र और नारे वाले चुनावी होर्डिंग
लगाए जाने को लेकर कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के खिलाफ निर्वाचन आयोग से
शिकायत की है। भाजपा ने ये होर्डिंग राज्य में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों से चंद रोज
पहले लगाए हैं।
कांग्रेस का आरोप है कि अयोध्या में भगवान राम की जन्मभूमि पर बनकर तैयार हो रहे मंदिर की
पहचान के चुनाव प्रचार में इस्तेमाल से आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन हो रहा है। वहीं, भाजपा
ने इस इल्जाम को खारिज करते हुए दलील दी है कि वह अपने हर चुनावी घोषणापत्र में कहती रही है
कि यह मंदिर बनना चाहिए।
कांग्रेस के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने शनिवार को बताया कि शहर के अलग-अलग स्थानों पर
भाजपा के लगाए होर्डिंग में राम मंदिर के साथ ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह
चौहान, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और राज्य की अलग-अलग सीटों से विधानसभा चुनाव लड़
रहे वरिष्ठ भाजपा नेताओं की भी तस्वीरें हैं।
यादव के मुताबिक, इन होर्डिंग पर भाजपा के चुनाव चिह्व कमल के फूल के साथ ही पार्टी का यह
चुनावी नारा भी छपा है, ”भव्य राम मंदिर बनकर हो रहा तैयार, फिर इस बार भाजपा सरकार।” उन्होंने
कहा, ”भाजपा के ये चुनावी होर्डिंग आदर्श आचार संहिता का खुला उल्लंघन हैं, क्योंकि संहिता में स्पष्ट
है कि कोई भी राजनीतिक दल या उम्मीदवार अपने चुनाव प्रचार में किसी धार्मिक स्थल या उसके चित्र
का इस्तेमाल नहीं कर सकता। हमने ऐसे होर्डिंग को लेकर निर्वाचन आयोग से शिकायत की है।”
यादव ने कहा, ”राम मंदिर हमारे हृदय में बसा है और हम इसके निर्माण के विरोध में कतई नहीं हैं,
लेकिन भाजपा ने चुनावी होर्डिंग में राम मंदिर के चित्र के साथ अपने कुछ ऐसे उम्मीदवारों की तस्वीरें
भी लगाई हैं, जिनके खिलाफ संगीन आपराधिक मामले दर्ज हैं। यह भगवान राम का अपमान है।”
राम मंदिर के चित्र और नारे वाले होर्डिंग को लेकर कांग्रेस की शिकायत के बारे में पूछे जाने पर
जिलाधिकारी और जिला निर्वाचन अधिकारी डॉ. इलैयाराजा टी ने कहा कि वह पूरी जांच के बाद ही
टिप्पणी कर सकेंगे कि इस तरह के चुनाव प्रचार से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होता है या नहीं।
भाजपा की प्रदेश इकाई के प्रवक्ता गोविंद मालू ने कहा,
”हमने गुजरे बरसों के दौरान अपने हर चुनावी
घोषणापत्र में साफ कहा है कि हम अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण में आने वाली बाधाएं दूर
करेंगे। हम हमेशा से यह मंदिर बनाने की बात करते रहे हैं। ऐसे में इस बार चुनावी होर्डिंग में मंदिर के
जिक्र से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन कैसे हो सकता है?”
मालू ने दावा किया कि राम मंदिर का चित्र कोई धार्मिक प्रतीक नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति और
सभ्यता की पहचान है, इसलिए इसके इस्तेमाल में आदर्श आचार संहिता आड़े नहीं आती। उन्होंने आरोप
लगाया कि कांग्रेस ‘वोट बैंक’ की राजनीति के लिए राम मंदिर के निर्माण को लेकर दोमुंही बातें कर रही
है। भाजपा प्रवक्ता ने कहा, ”हम राम मंदिर को चुनावी मुद्दा नहीं मानते। यह मंदिर हमारी आस्था और
श्रद्धा का केंद्र है।’