मध्य प्रदेश में ठंड का असर बढ़ गया है। हवाएं ठिठुरन पैदा करने वाली
हैं। ऐसे में उन लोगों के लिए रातें काटना कठिन हो गया है जिन्हें आश्रय स्थल या खुले में रात गुजारनी
पड़ती है। इन वर्ग के लोगों को ठंड से राहत मिले, इसके लिए सार्वजनिक स्थलों पर अलाव की व्यवस्था
की जा रही है।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने समस्त नगरीय निकायों को ठंड के मद्देनजर व्यापक इंतजाम करने
के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि समस्त आश्रय स्थलों एवं सार्वजनिक स्थलों में ठंड से बचाव के लिए
अलाव की व्यवस्था की जाए। आश्रय स्थल में नहाने के लिए गर्म पानी, ओढ़ने के लिए रजाई एवं कंबल
उपलब्ध कराये जाएं। मोबाइल वैन के माध्यम से रात्रि के समय फेरे लगाकर बेघरों को आश्रय स्थल तक
सुविधाजनक तरीके से पहुंचाना सुनिश्चित करें।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ने विगत दिनों राजधानी के शाहजानी पार्क स्थित रैन बसेरा का निरीक्षण
किया था और निर्देशित किया है कि ऐसे नगरीय निकाय जहां स्थाई आश्रय स्थल नही हैं, वहां अस्थाई
तौर पर किराए के भवन में अथवा खाली पड़े निकाय के अधिकृत किसी भवन में आश्रय स्थल प्रारंभ कर
समस्त शहरी बेघरों को आश्रय एवं अन्य राहत प्रदान किया जाना सुनिश्चित करें।
मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, आश्रय स्थल में रुकने वाले हितग्राहियों के मेडिकल चेकअप की समुचित
व्यवस्था स्वास्थ्य विभाग से समन्वय कर सुनिश्चित करें। आश्रय स्थलों को समय पर कीटाणु रहित
किया जाना सुनिश्चित किया जाए और महामारी के प्रभावों से निपटने के लिए सुरक्षा के उपायों के संबंध
मे हितग्राहियों को जागरूक किया जाना चाहिए।
हेल्पलाइन नम्बर एवं आश्रय स्थल में पदस्थ मैनेजर और केयर टेकर के नम्बर सार्वजनिक स्थल पर
प्रदर्शित किए जाने के निर्देश भी मुख्यमंत्री ने दिए हैं, जिससे शहरी बेघरों को आश्रय स्थल तक पहुंचने
के लिए जनसाधारण की सहभागिता भी हो सके।