पश्चिम बंगाल शिक्षा विभाग ने राज्य के सभी लड़कियों के स्कूलों,
चाहे सरकारी हो या निजी, में सीसीटीवी कैमरे अनिवार्य करने का फैसला किया है।
विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने कहा कि इस संबंध में राज्य सरकार जल्द ही एक अधिसूचना जारी कर
सकती है।
पश्चिम बंगाल सरकार ने हाल के दो घटनाक्रमों के बाद इस संबंध में निर्णय लिया है।
पहला, 10 अगस्त को जादवपुर विश्वविद्यालय (जेयू) में फ्रेशर की रैगिंग से मौत और दूसरा हाल ही में
कोलकाता के दक्षिणी बाहरी इलाके में एक बालिका अनाथालय में दो नाबालिग लड़कियों के साथ
बलात्कार का खुलासा।
राजकीय बालिका विद्यालय में सीसीटीवी कैमरे लगाने का खर्च जहां राज्य सरकार वहन करेगी, वहीं
निजी स्कूलों को अपने खर्च से लगवाना होगा।
हालांकि, इस संबंध में कोई भी अंतिम निर्णय, सभी लड़कियों के स्कूलों, सरकारी या निजी, पर
बाध्यकारी होगा। राज्य शिक्षा विभाग के एक अधिकारी ने कहा, लड़कियों के स्कूल के बाद,
, राज्य के सभी लड़कियों के कॉलेजों के लिए भी यह अनिवार्य हो सकता है।
शिक्षा विभाग के अधिकारी ने कहा, “राज्य सरकार ने अब सीसीटीवी को अनिवार्य बनाने के लिए कदम
उठाने का फैसला किया है और सभी लड़कियों के स्कूलों में इसे स्थापित करने का निर्णय इस दिशा में
पहला कदम है।”