दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम ने नकली दवाओं की आपूर्ति करने वाले
इंटरनेशनल ड्रग रैकेट का भंडाफोड़ किया है। इस मामले में पुलिस ने 10 लोगों को गिरफ्तार किया है।
जानकारी के अनुसार, क्राइम ब्रांच की टीम ने शामली और गाजियाबाद में छापेमारी कर अलग-अलग
जगहों से भारी मात्रा में नकली दवा बनाने की मशीन सहित अन्य सामग्री बरामद किया है। इस रैकेट के
तार दिल्ली, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, हिमाचल प्रदेश जैसे कई राज्यों से जुड़े हैं।
दिल्ली क्राइम ब्रांच के एडिशनल कमिश्नर संजीव भाटिया ने बताया कि दिल्ली के खुदरा बाजार में नकली
दवाओं की आपूर्ति हो रही थी, इस बारे में जानकारी मिली। इस गिरोह का पर्दाफाश करने के लिए
डीसीपी क्राइम ब्रांच अमित गोयल ने एसीपी नरेश कुमार की देखरेख में कई टीम का गठन किया। उसके
बाद नकली दवाओं की आपूर्ति पर रोक लगाने के लिए दिल्ली एनसीआर में अलग-अलग टीमें तैनात की
गई।
क्राइम ब्रांच की टीम ने गुप्त मुखबिरों को भी इस काम पर लगाया। काफी छानबीन के बाद दिल्ली
एनसीआर में अलग-अलग जगहों पर क्राइम ब्रांच द्वारा छापेमारी की गई। इस दौरान जॉनसन एंड
जॉनसन और लूपिन कंपनी के मेडिकल प्रतिनिधि को पुलिस ने तिलक ब्रिज के नीचे इको वेन के साथ
रोका और दो लोगों को पकड़ लिया।
जिनकी पहचान बाद में उपकार उर्फ मनी और जसदीप के रूप में
हुई। तलाशी के दौरान वैन में भारी मात्रा में नकली अल्ट्रासेट टैबलेट, ग्लूकोज नॉर्मल टैबलेट समेत कई
ब्रांडेड कंपनियों की टेबलेट बरामद हुई है।
इसी प्रकार टीम ने अलग-अलग जगह पर छापेमारी कर दिल्ली एनसीआर से इस गिरोह के 10 लोगों को
गिरफ्तार किया। इसमें फार्मासिस्ट निर्माता और विक्रेता शामिल हैं। फिलहाल, इन आरोपियों से पूछताछ
में पता चला है कि यह लोग उत्तर प्रदेश, हरियाणा, हिमाचल प्रदेश सहित कई अन्य राज्यों में इन नकली
दवाओं की सप्लाई करते थे। आरोपियों की पहचान विकास चौहान निवासी मंडोली दिल्ली, सुरेंद्र मलिक
निवासी पंचकूला हरियाणा, परवेज खान निवासी गोंडा दिल्ली, उपकार सिंह निवासी गीता कॉलोनी दिल्ली,
जसदीप सिंह निवासी झील खूंरेजा दिल्ली, अब्दुल बासित निवासी गोविंदपुरा दिल्ली, डेनियल अली
निवासी सीलमपुर दिल्ली,
मुकेश कुमार निवासी उत्तम नगर दिल्ली, अनिल कुमार निवासी समलखा
हरियाणा, चंद्रपाल सिंह निवासी मंडोली दिल्ली के रूप में की गई है।