दिल्ली के प्रसिद्ध लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट को अतिक्रमण मुक्त
करने को लेकर कोर्ट के द्वारा गठित कमेटी के द्वारा कार्रवाई की जाएगी और मार्केट में अवैध रूप से
लग रहे रेहड़ी पटरी वालों को हटाया जाएगा। साथ ही अन्य अतिक्रमण पर भी कार्रवाई की जाएगी।
इसको लेकर शुरुआती काम कोर्ट के आदेश पर नगर निगम कमिश्नर की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने
कार्य शुरू कर दी है।
लाजपत नगर मार्केट में जाम और अतिक्रमण की समस्या को लेकर मार्केट एसोसिएशन ने हाईकोर्ट का
दरवाजा खटखटाया था।
एसोसिएशन की तरफ से कोर्ट में बताया गया कि जाम के कारण आपातकालीन
स्थिति में बाजार में आवश्यक सेवाओं से जुड़े वहान नहीं पहुंच पाते हैं। इस जाम का कारण अवैध
अतिक्रमण और रेहड़ी पटरी वाले है। इसके बाद कोर्ट के आदेश पर कमेटी का गठन किया गया। शुरुआती
तौर पर 500 से ज्यादा रेहड़ी पटरी वालों को चिन्हित किया गया, जिसको हटाया जाना है। साथ ही 150
के करीब अन्य अतिक्रमण को भी चिन्हित किया गया है।
लाजपत नगर सेंट्रल मार्केट दिल्ली के प्रसिद्ध बाजारों में से एक बाजार है। यहां सबसे बड़ी समस्या जाम
की है। क्योंकि मार्केट जाने वाले रास्ते पर ही रेहड़ी पटरी लगा दिए गए हैं। इसके अलावा लोग बड़ी
संख्या में अपना निजी वाहन लेकर बाजार आते हैं और उन वाहनों को पार्क करने के लिए समुचित
पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। यहां सड़क पर ही पार्किंग की जाती है। जिसके कारण जाम की समस्या
होती है।
इसके अलावा लाजपत नगर के आसपास काफी आवसीय क्षेत्र भी है, लेकिन उन्हें घर से निकलकर अपने
दफ्तर, व्यावसायिक प्रतिष्ठान व अन्य जगह जाने के लिए घंटों जाम में फंसना पड़ता है। खासकर दिन
में भारी जाम लगा रहता है, जिसके चलते स्थानीय लोगों को घर से निकलकर कुछ किलोमीटर जाने में
ही एक से डेढ़ घंटे का समय लग जाता है। इतना ही नहीं, आपातकालीन स्थिति में दमकल और
एम्बुलेंस भी समय से नहीं पहुंच पाती है।