गणतंत्र दिवस परेड में शुक्रवार को मध्य प्रदेश की झांकी में राज्य
की आत्मनिर्भर और प्रगतिशील महिलाओं की यात्रा को दर्शाया गया।
झांकी के माध्यम से संदेश दिया गया कि राज्य ने अपनी कल्याणकारी योजनाओं के माध्यम से
महिलाओं को सीधे विकास प्रक्रिया में शामिल करने में उल्लेखनीय सफलता हासिल की है।
इसमें स्वयं सहायता समूहों, स्थानीय नेतृत्व और यहां तक कि विमानन क्षेत्र में प्रतिनिधित्व का
उल्लेख करते हुए राज्य में महिलाओं की प्रगतिशील यात्रा को दर्शाया गया है।
झांकी के अगले हिस्से में भारतीय वायु सेना की पहली महिला फाइटर पायलट मध्य प्रदेश के रीवा जिले
की अवनी चतुर्वेदी को दिखाया गया। इसके अलावा एक लड़ाकू विमान का मॉडल भी दिखाया गया।
झांकी के मध्य भाग में महिला कलाकारों को बर्तनों पर चित्रकारी करते हुए दिखाया गया है। साथ ही
बादल महल के द्वार और विश्व स्तर पर प्रसिद्ध चंदेरी, माहेश्वरी और बाग प्रिंट साड़ियों के बुनकरों का
चित्रण किया गया था।
निचले हिस्से में एक महिला कलाकार द्वारा तैयार की गई पत्थर की नक्काशी और गोंड आदिवासी
कलाकार ‘पद्म श्री’ दुर्गा बाई द्वारा निर्मित भित्ति चित्र दिखाया गया।
झांकी के पिछले हिस्से में भारत के ‘मिलेट मिशन’ की दूत और मध्य प्रदेश के डिंडौरी जिले की ‘मिलेट
वुमन ऑफ इंडिया’ लहरी बाई को दिखाया गया था।