उत्तराखंड के टनल से मजदूरों के बाहर आने के बाद बिहार के गांव में मनी दिवाली


दीपक के पिता शत्रुघन राय, माता उषा देवी सहित पड़ोसियों ने काफी खुशी जाहिर की और भारत के
प्रधानमंत्री और उत्तराखंड के मुख्यमंत्री को धन्यवाद दिया।
शत्रुघ्न राय ने भगवान का शुक्रिया किया। इसके अलावा सारण जिले के खजुआन गांव में भी सभी के
चेहरे पर खुशियां लौट आई। यहां का सोनू भी 17 दिनों से सुरंग में फंसा था। यहां के लोगों को अब
सोनू के लौटने का इंतजार है।


सोनू के पिता सवालिया साह कहते हैं कि अब उसे कभी बाहर काम के लिए नहीं भेजूंगा। 14 दिन तक
हमलोग रोज मरते थे।इधर, तिलौथू के चंदनपुरा निवासी सुशील विश्वकर्मा की सुरंग से वापसी के बाद पूरा परिवार खुशी से
झूम उठा।बता दें कि सुरंग में फंसने वालों में बिहार के पांच मजदूर भी थे।

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