नोएडा को हरा-भरा बनाने में कोई कसर न छोड़ें : सीईओ

नोएडा प्राधिकरण के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डा. लोकेश एम. ने
पर्यावरण संरक्षण के लिए शासन द्वारा चलाये जा रहे वृहद वृक्षारोपण अभियान के तहत सेक्टर-168 में
पुलिस चौकी के पास पौधारोपण किया।

सीईओ डॉ. लोकेश एम. ने मौजूद प्राधिकरण
अधिकारियों से कहा कि पर्यावरण की सुरक्षा के लिए शहर में अधिक से अधिक पौधे लगाए जाएं तथा
उनकी देखभाल भी की जाए।

सेक्टर-168 में पुलिस चौकी के पास वृक्षारोपण अभियान के तहत सीईओ
डा. लोकेश एम ने अमलताश का पौधा लगाया तथा रोपित सभी पौधों के संरक्षण के लिए अधिकारियों
को निर्देशित किया। उन्होंने उद्यान विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिया कि नोएडा शहर को हरा-भरा
बनाने के लिए हर संभव प्रयास करें तथा शासन द्वारा चलाए जा रहे वृहद वृक्षारोपण अभियान को हर
स्थिति में सफल बनाएं।

मुख्य कार्यपालक अधिकारी मानवेंद्र सिंह, प्रभाष कुमार और
सतीश पाल के अलावा निदेशक (उद्यान) वंदना त्रिपाठी, विशेषकार्याधिकारी अविनाश त्रिपाठी, महाप्रबंधक
(उद्यान) पीके कौशिक, उपमहाप्रबंधक (परियोजना) श्रीपाल भाटी, आरपी सिंह, निदेशक (उद्यान) महेंद्र
प्रकाश, उप निदेशक (उद्यान) आनंद मोहन और आर सिंह ने भी पौधरोपण कार्यक्रम में हिस्सा लिया है।


टैबेबुइया रसिया : टैबेबुइया रोसिया आमतौर पर सड़कों के किनारे और पार्कों में लगाया जाता है और
शुष्क मौसम वाली जलवायु में इसे पर्णपाती माना जाता है। गुलाबी तुरही का पेड़ अल साल्वाडोर का
राष्ट्रीय पेड़ है। थोड़ी देर बाद फूल झड़ जाते हैं और नीचे घास का मैदान फूलों के कालीन से ढक जाता
है। यह नम या सूखे जंगलों में, अक्सर खुले मैदानों में या सड़कों के किनारे अच्छी तरह से पनपता है।
इस पौधे को पूर्ण सूर्य का प्रकाश पसंद है।

इसे दिन में 6-8 घंटे सीधी धूप की आवश्यकता होती है।


अमलतास : यह पेड़ किसी जादुई पेड़ से कम नहीं है। इस पेड़ का प्रत्येक भाग गंभीर बीमारियों से
निजात दिलाने औऱ इनके संक्रमण से दूर रखने में कारगार होता है। आपको बता दें आयुर्वेद में इस पेड़
के हर भाग का इस्तेमाल जैसे अमलतास के फल, फूल, तने, जड़ , छाल यानि संपूर्ण पेड़ का इस्तेमाल
औषधि के रूप में किया जाता है।

यह गैस, कब्ज, गठिया, डायबिटीज आदि बामारियों से निजात दिलाने
के लिए रामबांण होता है।

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