Delhi मेयर चुनाव
Delhi नगर निगम (एमसीडी) में मेयर चुनाव को लेकर आमआदमी पार्टी (आप) ने बड़ा फैसला लिया है। पार्टी ने घोषणा की है कि वह इस बार मेयर चुनाव मेंअपना उम्मीदवार नहीं उतारेगी और भाजपा को मेयर बनाने का पूरा अवसर देगी।
इस बात कीजानकारी आम आदमी पार्टी की वरिष्ठ नेता आतिशी और प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज ने दी है।आतिशी ने कहा कि भाजपा हमेशा पिछले दरवाजे से सत्ता में आने की कोशिश करती रही है। हमनेयह पैटर्न कई राज्यों में देखा है, जहां जनादेश न होने के बावजूद भाजपा ने सरकार बनाई।
Delhi नगर निगम चुनाव को भी जानबूझकर गुजरात विधानसभा चुनाव के साथ कराया गया ताकि आमआदमी पार्टी की ताकत को कमजोर किया जा सके।उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले ढाई वर्षों से भाजपा आम आदमी पार्टी के पार्षदों पर दबाव बनाकर,डराकर और लालच देकर अपने पाले में लाने की कोशिश कर रही है।
लेकिन आम आदमी पार्टी इसतरह की राजनीति में विश्वास नहीं करती। हम Delhi की जनता का सम्मान करते हैं और किसी भीपार्षद को तोड़ने की कोशिश नहीं करेंगे।सौरभ भारद्वाज ने कहा कि आम आदमी पार्टी को एमसीडी में 134 सीटें मिली थीं जबकि भाजपाको 104 सीटें। बावजूद इसके भाजपा लगातार तोड़फोड़ की राजनीति कर रही है और अपनी संख्याबढ़ा रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा को अब ट्रिपल इंजन नहीं, बल्कि चार इंजन की सरकार बनानेका मौका मिल गया है। अब भाजपा को चाहिए कि वह जनता से किए गए अपने वादे पूरे करे।
सौरभ ने यह भी कहा कि जब आम आदमी पार्टी ने एमसीडी चुनाव जीता था, तब भाजपा ने मेयरचुनाव में बाधा पहुंचाई थी।
उस वक्त मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तक को प्रदर्शन करना पड़ा था।भाजपा ने उस दौरान माइक तोड़ने की घटनाओं से खुद को एक्सपोज किया था। ‘आप’ नेताओं नेकहा कि अब जब भाजपा ने पार्षदों को डराकर और लालच देकर अपनी संख्या बढ़ा ली है, तो वहअपना मेयर बनाए।
आम आदमी पार्टी दिल्ली में विपक्ष की भूमिका निभा रही है और एमसीडी में भीसशक्त विपक्ष की भूमिका निभाएगी।