भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सह बिहार सरकार के राजस्व औरभूमि सुधार मंत्री दिलीप जायसवाल ने संविधान की प्रतियां संस्कृत और Maithili भाषा में प्रस्तुत होने
पर प्रसन्नता जाहिर करते हुए कहा कि पीएम मोदी का यह बड़ा कदम है। अब लोग संस्कृत औरमैथिली भाषा में भी संविधान पढ़ सकेंगे।विधान परिषद के पोर्टिको में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी केद्वारा उठाया गया यह बहुत बड़ा कदम है। अब संविधान के लोग Maithili और संस्कृत में भी पढ़सकते हैं। मिथिलांचल के लोगों के लिए बहुत ही गर्व की बात है। हिंदुस्तान के इतिहास में कल कादिन बहुत ही महत्वपूर्ण था।उन्होंने कहा, “Maithili भाषा मिथिलांचल बिहार की भाषा है।
Maithili
बिहार के लोग पूरी दुनिया में जहां भीरहते हैं, आज उनको कितनी खुशी और प्रसन्नता हुई होगी कि देश के प्रधानमंत्री ने Maithili कोकितना सम्मान दिया है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद देते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने यह बड़ा कदम उठाया हैऔर प्रधानमंत्री मोदी को मिथिलांचल की तरफ से दिल की गहराई से हम लोग धन्यवाद कह रहे हैं।उल्लेखनीय है कि देश के संविधान के 75 साल पूरे होने पर मंगलवार को पुरानी संसद के सेंट्रल हॉलमें एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू, उपराष्ट्रपतिजगदीप धनखड़ और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला उपस्थित रहे। कार्यक्रम की थीम “हमारा
संविधान, हमारा स्वाभिमान” रखी गई।
संविधान को अपनाए जाने की 75वीं वर्षगांठ के मौके पर एक विशेष सिक्का और डाक टिकट जारीकिए गए। इसके साथ ही संस्कृत और Maithiliभाषाओं में संविधान की प्रतियां भी प्रस्तुत की गईं। दोमहत्वपूर्ण किताबों, ‘भारतीय संविधान का निर्माणः एक झलक’ और ‘भारतीय संविधान का निर्माणऔर इसकी गौरवशाली यात्रा’ का विमोचन भी इस कार्यक्रम में किया गया।
पीएम मोदी का बड़ा कदम, संस्कृत और Maithili भाषा में भी लोग पढ़ सकेंगे संविधान
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