क्राइम ब्रांच ने फाइव स्टार होटल के कमरे में चल रहे कैसिनो पर
शनिवार देर रात छापा मारकर 22 लोगों को गिरफ्तार किया। इसमें पांच आयोजक भी शामिल हैं।
पुलिस ने यहां से 9.25 लाख रुपये, 160 कैसिनो टोकन, 16 पासा एवं 16 तास की गड्डी बरामद
की है।
डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि इंटरस्टेट सेल के एसआई आशीष को सूचना मिली थी कि फाइव
स्टार होटल के कमरे में कैसिनो खेला जाता है। इस जानकारी के आधार पर इंस्पेक्टर कमल की
देखरेख में एसआई आशीष और एसआई अंकित की टीम गठित की गई। टीम शनिवार-रविवार देर
रात को फाइव स्टार होटल पहुंची,
जहां मालूम हुआ कि दो कमरे बुक किए गये हैं। पुलिस जब कमरों
में गई तो वहां 22 लोग मौजूद थे। इसमें आयोजक अतुल सैनी, सचिन सैनी, सन्नी, अरुण और
अजित वहां मौजूद थे।
डीसीपी अमित गोयल ने बताया कि दोनों कमरे अतुल सैनी के नाम पर बुक थे। अजित का चचेरा
भाई सचिन सैनी की जिम्मेदारी कमरा बुक करने के साथ-साथ लोगों को खेलने के लिए बुलाने की
थी।
गिरोह का सरगना सचिन सिर्फ खास लोगों को नई जगह की सूचना व्हाट्सऐप के जरिए देता
था। फिर व्हाट्सऐप पर मौके की लोकेशन भी साझा कर सूचना देता था। कैसिनो में आने वाले को
कोड बताने पर ही प्रवेश मिलता था। अजित कुमार का काम खिलाड़ी बनकर लोगों के साथ जुआ
खेलने का था।
वहीं, अरुण पेशे से ट्रांसपोर्टर है और वह कैसिनो में मिले रुपये को ठिकाने लगाता
था। सन्नी का सफदरजंग में जिम है। पूछताछ में मालूम हुआ कि अजित दो तरह से जुआ खेलता
था।
एक तरह में पासे को फेंकने के साथ-साथ कौन सा नंबर उपर आएगा, इसकी बाजी लगती थी।
सही होने पर जीतने वाले को दोगुनी रकम मिलती थी और अन्य लोग हार जाते थे। वहीं, दूसरे में
ताश के मनमाफिक पत्तों को निकालने का दांव खेला जाता था।
इस सबमें रकम दोगुनी करने की बात की जाती थी।