सेमीकंडक्टर यूनिट
YEIDA के सैक्टर-28 में सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना को भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रिमंडल ने मंजूरी दे दी है।14 मई 2025 को प्रधानमंत्री की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस महत्वाकांक्षी परियोजना को हरी झंडी दिखाई गई, जिससे उत्तर प्रदेश में सेमीकंडक्टर उद्योग के विकास का मार्ग प्रशस्त हो गया है।
उत्तर प्रदेश सेमीकंडक्टर नीति-2024 के तहत, YEIDA के मुख्य कार्यपालक अधिकारी डॉ. अरुणवीर सिंह ने 1 मार्च 2025 को सैक्टर-28 में 48 एकड़ के भूखंड (ई-1) पर इस यूनिट के लिए अनुमोदन प्रदान किया था। इसके बाद, 6 मार्च 2025 को फॉक्सकॉन और एचसीएल के संयुक्त उपक्रम, वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स (दिल्ली प्रा. लि.) को लेटर ऑफ इंटेंट जारी किया गया।
फॉक्सकॉन-एचसीएल का संयुक्त उपक्रम
वामा सुंदरी इन्वेस्टमेंट्स, फॉक्सकॉन और एचसीएल की साझेदारी का परिणाम है। जहां एचसीएल हार्डवेयर क्षेत्र में अग्रणी है, वहीं फॉक्सकॉन इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में विश्वस्तरीय कंपनी है। यह यूनिट कंपाउंड सेमीकंडक्टर्स, सिलिकॉन फोटोनिक्स, सेंसर्स फैब, डिस्क्रीट सेमीकंडक्टर फैब, और असेंबली, टेस्टिंग, मार्किंग व पैकेजिंग (ATMP/OSAT) का उत्पादन करेगी।
उत्तर प्रदेश और भारत के लिए मील का पत्थर
यह सेमीकंडक्टर यूनिट लैपटॉप, मोबाइल फोन, मेडिकल डिवाइस, पावर इलेक्ट्रॉनिक्स, और रक्षा उपकरणों के क्षेत्र में तेजी से विकास को बढ़ावा देगी। परियोजना में 3700 करोड़ रुपये का निवेश प्रस्तावित है, जो क्षेत्र में आर्थिक विकास और रोजगार सृजन को गति प्रदान करेगा।
YEIDA के लिए ऐतिहासिक कदमइस अनुमोदन के साथ, YEIDA के अंतर्गत पहली सेमीकंडक्टर यूनिट की स्थापना का रास्ता साफ हो गया है। यह परियोजना उत्तर प्रदेश को इलेक्ट्रॉनिक्स और सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग के क्षेत्र में अग्रणी राज्य के रूप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
यह कदम भारत की आत्मनिर्भर भारत पहल को मजबूत करने और वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में देश की स्थिति को सुदृढ़ करने की दिशा में एक बड़ा कदम है।