काशीपुराधिपति की नगरी में महाशिवरात्रि की तैयारियां शुरू हो गई हैं।
श्री काशी विश्वनाथ दरबार से लेकर जिले के सभी शिवालयों में महापर्व पर खास सजावट होगी। बाबा
विश्वनाथ के दरबार में भोग, श्रृंगार, सप्तर्षि आरती रात में शयन के साथ होंगी।
महापर्व पर मंदिर में सुगम दर्शन की व्यवस्था पूरी तरह से बंद रहेगी। मंगला आरती के अलावा सुगम
दर्शन और सभी तरह की आरती के टिकट पर रोक लगा दी गई है। मंगला आरती के बाद बाबा के पावन
ज्योर्तिलिंग का दर्शन शिवभक्तों को अनवरत मिलेगा।
महापर्व पर बाबा के दरबार में दर्शनार्थियों के प्रवेश
एवं निकास मार्ग का निर्धारण, सुगम दर्शन के लिए बैरिकेडिंग की व्यवस्था, परिसर में पर्याप्त पेयजल
एवं प्रकाश की व्यवस्था, गोदौलिया चौराहे से मैदागिन चौराहे तक नो व्हीकल जोन की प्रशासनिक तैयारी
चल रही है।
गौरतलब हो कि महाशिवरात्रि पर्व फाल्गुन मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी तिथि को मनाया जाता है।
इस बार चतुर्दशी शुक्रवार आठ मार्च को सायं काल 7:38 बजे से लग रही है। जो शनिवार नौ मार्च को
सायं 5 बजकर 20 मिनट तक रहेगी।
अतः आठ मार्च को ही अर्धरात्रि व्यापिनी होने से यह इस वर्ष
आठ मार्च को ही महाशिवरात्रि मनाई जाएगी। महाशिवरात्रि पर इस बार कई सुखद संयोग भी है। इस
दिन शिव योग के साथ नक्षत्र घनिष्ठा भी है। फाल्गुन माह की कृष्ण पक्ष की त्रयोदशी तिथि के साथ
चतुर्दशी तिथि का संयोग भी बन रहा है।