वंदे भारत Vande Bharat का कटरा में हुआ सुनहरा आगाज, वैष्णों देवी यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में हुई बढोत्तरी

जम्मू-कश्मीर जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है वहीं बात करें उसके विकास की तो हाल ही में भारत के लिए सबसे गौरवशाली तब रहा जब चिनाब का हाल ही में निर्माण कर पीएम द्वारा उसका उद्दाटन कराया गया। जोकि केवल भारत ही नही बल्कि भारत के बाहर भी एक नई तकनीक को दर्शाता है।
इसी कड़ी में देश से जोड़ने वाली वंदे भारत ट्रेन के कटरा से चलने के साथ ही माता वैष्णो देवी यात्रा में बढ़ोतरी हुई है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिर से कटरा गुलजार हो गया है। पर्यटकों की भीड़ दोबारा आने लगी है। और लोगों में कटरा को लेकर डर भी दूर हो गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद खिल उठा कटरा
ऑपरेशन सिंदूर के करीब 1 महीने बाद कटरा दोबारा खिल सा उठा हैष वंदे भारत Vande Bharat के शुरु होने से माता वैष्णो देवी का आधार शिविर कटरा में एक बार फिर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
वहीं हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 6 जून को कटरा स्टेशन से श्रीनगर के लिए Vande Bharat ट्रेन रवाना करने के बाद शनिवार को करीब 42000 और रविवार को करीब 33000 श्रद्धालुओं ने माता रानी के दरबार में मत्था टेका। जिससे यह तो साफ हो गया कि कटरा अब हरा भरा हो गया है।
पाकिस्तान को दिखाई भारत ने ताकत
आपको बता दें कि पहलगाव हमले के बाद पाकिस्तान को चुनौती दी वहीं भारत ने भी घर में घुसकर जबाव दिया कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए किसी से भी समझौता नहीं करेंगा। ऑपरेशन सिंदूर एक बदला नहीं बव्कि लोगों को सैन्य ताकत दुनिया को दिखाने का नया तरीका है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान में बड़ी तनातनी का असर माता वैष्णो देवी की यात्रा पर भी पड़ा था. इस ऑपरेशन के तुरंत बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी के चलते माता वैष्णो देवी की यात्रा के आंकड़ों में जबरदस्त गिरावट देखी गई थी।
पीएम ने 6 जून को किया उद्घाटन
वहीं 6 जून को कटरा से श्रीनगर के लिए वंदे भारत Vande Bharat ट्रेन रवाना होते ही माता का दरबार दोबारा श्रद्धालुओं से भर गया है. अगर आंकड़ों की बात करें तो शनिवार को 41700, रविवार को 33165 श्रद्धालु माता के दरबार पहुंचे. के बाद भारत और पाकिस्तान में बड़ी तनातनी का असर माता वैष्णो देवी की यात्रा पर भी पड़ा था. इस ऑपरेशन के तुरंत बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी के चलते माता वैष्णो देवी की यात्रा के आंकड़ों में जबरदस्त गिरावट देखी गई थी।
वंदे भारत Vande Bharat का कटरा में हुआ सुनहरा आगाज, वैष्णों देवी यात्रा में श्रद्धालुओं की संख्या में हुई बढोत्तरी
जम्मू-कश्मीर जिसे धरती का स्वर्ग कहा जाता है वहीं बात करें उसके विकास की तो हाल ही में भारत के लिए सबसे गौरवशाली तब रहा जब चिनाब का हाल ही में निर्माण कर पीएम द्वारा उसका उद्दाटन कराया गया। जोकि केवल भारत ही नही बल्कि भारत के बाहर भी एक नई तकनीक को दर्शाता है।
इसी कड़ी में देश से जोड़ने वाली वंदे भारत Vande Bharat ट्रेन के कटरा से चलने के साथ ही माता वैष्णो देवी यात्रा में बढ़ोतरी हुई है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद फिर से कटरा गुलजार हो गया है। पर्यटकों की भीड़ दोबारा आने लगी है। और लोगों में कटरा को लेकर डर भी दूर हो गया है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद खिल उठा कटरा
ऑपरेशन सिंदूर के करीब 1 महीने बाद कटरा दोबारा खिल सा उठा हैष वंदे भारत के शुरु होने से माता वैष्णो देवी का आधार शिविर कटरा में एक बार फिर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है।
वहीं हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 6 जून को कटरा स्टेशन से श्रीनगर के लिए ट्रेन रवाना करने के बाद शनिवार को करीब 42000 और रविवार को करीब 33000 श्रद्धालुओं ने माता रानी के दरबार में मत्था टेका। जिससे यह तो साफ हो गया कि कटरा अब हरा भरा हो गया है।
पाकिस्तान को दिखाई भारत ने ताकत
आपको बता दें कि पहलगाव हमले के बाद पाकिस्तान को चुनौती दी वहीं भारत ने भी घर में घुसकर जबाव दिया कि भारत अपनी सुरक्षा के लिए किसी से भी समझौता नहीं करेंगा। ऑपरेशन सिंदूर एक बदला नहीं बव्कि लोगों को सैन्य ताकत दुनिया को दिखाने का नया तरीका है।
ऑपरेशन सिंदूर के बाद भारत और पाकिस्तान में बड़ी तनातनी का असर माता वैष्णो देवी की यात्रा पर भी पड़ा था. इस ऑपरेशन के तुरंत बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी के चलते माता वैष्णो देवी की यात्रा के आंकड़ों में जबरदस्त गिरावट देखी गई थी।
पीएम ने 6 जून को किया उद्घाटन
वहीं 6 जून को कटरा से श्रीनगर के लिए वंदे भारत Vande Bharat ट्रेन रवाना होते ही माता का दरबार दोबारा श्रद्धालुओं से भर गया है. अगर आंकड़ों की बात करें तो शनिवार को 41700, रविवार को 33165 श्रद्धालु माता के दरबार पहुंचे. के बाद भारत और पाकिस्तान में बड़ी तनातनी का असर माता वैष्णो देवी की यात्रा पर भी पड़ा था।
इस ऑपरेशन के तुरंत बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी के चलते माता वैष्णो देवी की यात्रा के आंकड़ों में जबरदस्त गिरावट देखी गई थी।